पूर्व अधिशासी अधिकारी कृष्ण कुमार मिश्र के साठगांठ से ब्लैक लिस्टेड को 20 साल के लिए पूरा टेंडर दिया
गाजियाबाद के खोड़ा परिषद क्षेत्र में पूर्व अधिशासी अधिकारी कृष्ण कुमार मिश्र के साठगांठ से , पूरे खोडा परिषद क्षेत्र को एडवरटाइजिंग टेंडर के माध्यम से फर्जी कंपनी वा ब्लैक लिस्टेड को 20 साल के लिए पूरा टेंडर दे दिया गया। धरती आसमान जमीन व सभी के छत मकान जहां भी कुछ एडवरटाइजिंग का माध्यम हो , वह सभी 20 साल के लिए बेच दिया गया ( लॉर्ड कृष्णा कम्युनिकेशन) को जो पहले से इंदिरापुरम क्षेत्र में फर्जी रूप से नाम में थोडा सा चेंज कर एडवरटाइजिंग पोल खड़ा कर रखा है कुछ ऑथराइज पोल पर कोर्ट के नोटिस, बाकी फर्जी तरीके से पुरा शहर पोल ही पोल भर उसी नोटिस का हवाला लगाते हुए सभी फर्जी पोल इंदिरापुरम क्षेत्र में खड़ा कर रखा है जो नगर निगम गाजियाबाद के माध्यम से कोर्ट केस चल रहा है । उसी कंपनी को को खोड़ा परिषद क्षेत्र में भी टेंडर फर्जी तरीके से दे दिया गया है, सांठगांठ कर जिसमें की उसके ना पेपर को की जांच हुई कितना एडवरटाइजिंग क्षेत्र दिया, उसका परिमाप क्या होगा, किस किस माध्यम में उसका एडवरटाइजिंग लगेगा कितने साल के लिए होगा , यह सब फर्जी रूप से सांठगांठ कर दिया गया , गाज़ियाबाद प्रशासन को पता लगा तो अधिशासी अधिकारी कृष्ण कुमार मिश्रा जी का ट्रांसफर कर दिया गया। नए अधिशासी अधिकारी श्रीमती शालिनी गुप्ता जी पद संभालते हुए , उस टेंडर को होल्ड पर डाल दिया और फर्जीवाड़ा का पता लगते ही जिलाधिकारी को पुरा फाइल देकर जाच कराने हेतु अधिकारी को दे दिया गया , उसके बाद टेंडर प्राप्त कंपनी के द्वारा फर्जी नोटिस जारी करने का खेल शुरू किया, जिसके खिलाफ सभी पूर्व उस क्षेत्र के एडवरटाइजर ग्रुप को प्राप्त फर्जी वसूली नोटिस मिलने के आधार पर शिकायत दर्ज अधिशासी अधिकारी खोड़ा परिषद और जिलाधिकारी गाजियाबाद को तुरंत कराया । जॉच का सांत्वना मिला। उसके बाद भी टेंडर प्राप्त लॉर्ड कृष्णा कम्युनिकेशन ने फर्जी रूप से खोड़ा परिषद ऑफिस का लेटर हेड खुद बनवा कर खुद अधिकारी बनकर उस एरिया में पुराने सभी एडवरटाइजर को फर्जी रूप से E O सिग्नेचर का करके नोटिस भेजा जा रहा है मनमानी रूप से वसूली का अलग-अलग तरह से । पुराने एडवरटाइजर के अनुसार सभी कस्टमर्स और निजी छत मालिक को डराना धमकाना का खेल कर परेशान और उसके एडवरटाइजर जो उस के साइट पर एडवरटाइजिंग दिए हैं उन लोग को भी फर्जी रूप से नोटिस पर पूर्व अधिशासी अधिकारी के सिग्नेचर बनाकर के लेटर हेड बना करके सब को भेजा जा रहा है यह बहुत बड़ा स्कैंडल हुआ है। एडवरटाइजिंग स्कैंडल जो गाजियाबाद के क्षेत्र में इसकी पूरी तरह से जांच किया जाए और सभी अपराधियों पर अपराधिक मुकदमा दर्ज किया जाए क्योंकि पुराने एडवर्टाइज के पास जितने भी नोटिस आए हैं सभी नोटिस का हवाला फर्जी नोटिस का हवाला और सिग्नेचर को दिखाते हुए उन लोगों ने जिलाधिकारी महोदय को और नए खोड़ा परिषद के ईओ को अलग-अलग तरह से एप्लीकेशन दिया गया। RTI भी दिया गया । जिस पर कि प्रशासन द्वारा कुछ कार्रवाई संभव हुआ है और जांच चल रही है और यह कंपनी द्वारा उस परिषद क्षेत्र में सबको डराने धमकाने निजी छत मालिक को कर रहा है। नाही टेंडर की जानकारी किसी बारे न्यूज पेपर ना ही ई टेंडरिंग ना ही और old एडवरटाइजिंग कम्पनी को मिला। गुप चुप तरीके से उत्तर प्रदेश सरकार के गजट के अनुसार 2 साल के लिए टेंडर होता है और इसे 20 साल के लिए दे दिया गया । गजट के नियमानुसार उस एरिया में जो भी छत पर एडवरटाइजिंग लगाए हैं उनसे खोड़ा परिषद ₹500 प्रति गज सालाना वसूल टैक्स के रूप में करेगी । वह भी अधिकार चोरी चुपके से वह कंपनी 500 की जगह के ₹5000 प्रति वर्ग गज सालाना वसूल करने का नोटिस सब को फर्जी रूप से भेजा। बहुत सारी कमियां को देखते हुए इसको तुरंत प्रभाव से रोका जाए और जांच कराई जाए । पुराने एडवरटाइजर ने बताया हम लोग सभी पुराने एडवरटाइजिंग कम्पनी के लोग गजट के रेट के हिसाब से खोड़ा परिषद कोटेकस देने को बहुप्रतीक्षित है । इस खेल में जुड़े हुए लोगों को पर कानूनी कार्रवाई किया जाए जय हिंद जय भारत