डॉ बीआर अम्बेडकर के विचारों को आत्मसात कर उनके बताए रास्ते पर चलना ही उनको सच्ची श्रद्धांजलि : अपर नगर आयुक्त
डॉ. बाबा सहाब अम्बेडकर अकेले दलितों को ही सम्मान नहीं दिया अपितु उन्होंने सभी संवर्गों के कर्मचारियों एवं सभी जाति धर्म की महिलाओं को भी सम्मान जनक जीवन जीने का अधिकार दिया क्योंकि वह सच्चे राष्ट्रवादी थे = विनोद इलाहाबादी
आगरा। आज 6 दिसम्बर को बाबा सहाब डाक्टर भीम राव रामजी अम्वेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस पर उत्तर प्रदेश स्थानीय निकाय कर्मचारी महासंघ के तत्वावधान में अधिकारियों एवं कर्मचारियों की ओर से प्रातः 11 बजे नगर निगम में स्थापित बाबा सहाब अम्वेडकर एवं रामायण रचयिता भगवान वाल्मीकि की प्रतिमाओं पर अपर नगर आयुक्त सुरेन्द्र प्रसाद यादव व अन्य सभी अधिकारियों उत्तर प्रदेश स्थानीय निकाय कर्मचारी महासंघ के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष विनोद इलाहाबादी एवं उनकी पूरी टीम की ओर से माल्यापर्ण कर दीप जलाकर उनको श्रद्धांजलि दी गई।
इस सन्दर्भ में श्री इलाहाबादी ने कहा कि साथियों हमारे इस महान भारत के महान समाजशास्त्री,अर्थशास्त्री, इतिहास के जानकार, मानव-विज्ञान के ज्ञाता, बौद्ध- पालि और संस्कृत साहित्यों के गहन जानकार, सम्पूर्ण वेदों और उपनिषदों का अध्ययन करने वाले, महान लेखक-पत्रकार, मानवाधिकारों के संरक्षक, विश्व के सभी संविधानों के गहन जानकार, कानून विशेषज्ञ, भारतीय संविधान के निर्माता, आधुनिक भारत के निर्माता, महान राजनीतिज्ञ, सिम्बल आफ नालेज, भारतरत्न बोधिसत्व बाबा साहब डॉ भीमराव अम्बेडकर जी के परिनिर्वाण दिवस पर विनम्र अभिवादन, कोटिशः नमन एवं श्रद्धांजलि तभी सच्ची अर्पित होगी। जब हम उनके अथक प्रयासों द्वारा लिखित संविधान की रक्षा के लिए सभी संकल्पित नहीं होते। इसलिए आज बाबा सहाब की प्रतिमा पर संकल्प लें की हम हमेशा संविधान की रक्षा करेंगे। इसके लिए हमें चाहें कोई भी कुर्बानी देनी पड़े। तब जाकर बाबा सहाब को सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित होगी।
इस दौरान कार्यक्रम में सुरेन्द्र प्रसाद यादव, बी एल गुप्ता मुख्य अभियंता, विनोद इलाहाबादी, डाक्टर अतुल भारती, विजय कुमार कर निर्धारण अधिकारी, पवन कुमार जे ई, राजकुमार विद्यार्थी, हरीबाबू वाल्मीकि, चौधरी सपन सिंह,रोहित लवानिया, अमित नरवार, अनिल राजौरिया, शरद थनवार, सुमित चौहान, रेशम सिंह चाहर, धर्मेन्दर ब्रहम, मनीष वाल्मीकि, सौनू चौहान, अभिषेक चौहान, राहुल नरवार, कान्हा ठाकुर आदि गणमान्य लोग मौजूद रहें।