बच्चों से मिड-डे मील का चावल बिकवा रहे थे हेडमास्टर, वीडियो वायरल होने के बाद सस्पेंड
विद्यालय यानी विद्या का मंदिर जिसमें पढ़ाने वाले गुरुजन झूठ ना बोलना, चोरी ना करना जैसी शिक्षा देते हैं और अपने विद्यार्थियों को शिक्षा देते हैं कि वह अपना काम ईमानदारी से करें और समाज की सेवा करें, लेकिन उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में इसके उलट कुछ और ही चल रहा है. यहां शिक्षक विद्यार्थियों को आदर्श शिक्षा देने की बजाय उन्हें चोरी करने और झूठ बोलने की शिक्षा दे रहे हैं. एक शिक्षक जो समाज का निर्माण करने में अहम भूमिका निभाता है वही शिक्षक अपने विद्यार्थियों के जरिए दोपहर के भोजन के लिए मिलने वाले राशन के चावल को बाजार में बेचकर पैसे बनाने में सक्रिय हो जाता है.
दरअसल, यह मामला कासगंज (Kasganj) के पटियाली विकासखंड के रुस्तमपुर उच्च प्राथमिक विद्यालय का है. जहां मिड डे मील के लिए मिलने वाले राशन के चावल को यहां के हेड मास्टर ने विद्यार्थियों के जरिए बाजार में बिकवा दिया. इस बात का खुलासा एक वायरल वीडियो के जरिए हुआ है जिसमें चावल बेचने गए विद्यार्थी ने जब 40 रुपये खर्च कर दिए तो प्रधानाध्यापक ने विद्यार्थी की जमकर क्लास लगा दी. इसके बाद जिला गांव के ही कुछ लोग स्कूल में इकट्ठे हो गए और पंचायत शुरू हो गई.
रिपोर्ट आने के बाद की जाएगी अग्रिम कार्रवाई
इस पंचायत का एक वीडियो शूट हो गया है और वीडियो शूट होने के बाद यह वीडियो वायरल हो गया. इस वीडियो में ग्रामीण कह रहे हैं कि आपने मिड डे मील का चावल बेच दिया है, ये कहां का नियम है. वीडियो वायरल होने के बाद मामला कासगंज के बेसिक शिक्षा अधिकारी राजीव कुमार यादव के पास पहुंचा. जब इस मामले में बेसिक शिक्षा अधिकारी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि शिक्षक को निलंबित कर दिया गया है और मामले की जांच खंड शिक्षा अधिकारी को सौंपी गई है. रिपोर्ट आने के बाद ही अग्रिम विधिक कार्रवाई की जाएगी.