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आज से एक हो गए एचडीएफसी और एचडीएफसी बैंक, बोर्ड ने दे दी मंजूरी

हाउसिंग फाइनेंस प्रमुख एचडीएफसी आज अपनी सहायक कंपनी एचडीएफसी बैंक के साथ विलय करेगी क्योंकि उनके संबंधित बोर्ड ने शुक्रवार को इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. रिवर्स मर्जर के बाद 44 साल पुरानी संस्था एचडीएफसी लिमिटेड का अस्तित्व 1 जुलाई से खत्म हो जाएगा. देश की पहली होम फाइनेंस कंपनी एचडीएफसी लिमिटेड शनिवार को अपनी पहचान खो देगी. नियामकीय सूचना में कहा गया कि एचडीएफसी बैंक और एचडीएफसी लिमिटेड के निदेशक मंडलों ने दोनों के विलय के प्रस्ताव पर अंतिम स्वीकृति दी, जिसके मुबातिक विलय एक जुलाई से प्रभावी हो जाएगा.

इसमें कहा गया है कि एचडीएफसी बैंक के निदेशक मंडल ने एचडीएफसी लिमिटेड के निदेशक मंडल के परामर्श से एचडीएफसी लिमिटेड के शेयरधारकों को निर्धारित करने के लिए 13 जुलाई, 2023 की तारीख तय की है, जिन्हें एचडीएफसी बैंक के शेयर जारी और आवंटित किए जाएंगे. इसके अलावा एचडीएफसी लिमिटेड के वारंट को एचडीएफसी बैंक के नाम पर जारी रखने के लिए 13 जुलाई की तारीख तय की गई है. बोर्ड ने गैर-परिवर्तनीय डिबेंचर के हस्तांतरण के लिए 12 जुलाई, 2023 की तारीख तय की है, जबकि एचडीएफसी लिमिटेड के वाणिज्यिक पत्रों को एचडीएफसी बैंक के नाम पर स्थानांतरित करने के लिए 7 जुलाई की तारीख तय की है.

मार्च 2023 के अंत में विलय की गई इकाई का कुल कारोबार ₹ 41 लाख करोड़ था. विलय के साथ, इकाई का शुद्ध मूल्य ₹ 4.14 लाख करोड़ से अधिक होगा. मार्च 2023 के अंत में दोनों संस्थाओं का संयुक्त लाभ लगभग ₹ 60,000 करोड़ था.  ब्लूमबर्ग द्वारा संकलित आंकड़ों के अनुसार, एचडीएफसी बैंक और एचडीएफसी के विलय से एक ऐसा ऋणदाता तैयार हुआ है जो इक्विटी बाजार पूंजीकरण में जेपी मॉर्गन चेस एंड कंपनी, इंडस्ट्रियल एंड कमर्शियल बैंक ऑफ चाइना लिमिटेड (आईसीबीसी) और बैंक ऑफ अमेरिका कॉर्प के बाद चौथे स्थान पर है. इसकी कीमत करीब 172 अरब डॉलर है.

सौदा प्रभावी होने के साथ, एचडीएफसी बैंक का 100 प्रतिशत स्वामित्व सार्वजनिक शेयरधारकों के पास होगा, और एचडीएफसी के मौजूदा शेयरधारकों के पास बैंक का 41 प्रतिशत स्वामित्व होगा. प्रत्येक एचडीएफसी शेयरधारक को उनके प्रत्येक 25 शेयरों के लिए एचडीएफसी बैंक के 42 शेयर मिलेंगे. विलय के पूरा होने पर बोलते हुए, एचडीएफसी बैंक के सीईओ और प्रबंध निदेशक शशि जगदीशन ने कहा कि संयुक्त ताकत वित्तीय सेवाओं का एक समग्र पारिस्थितिकी तंत्र बनाने में सक्षम होगी.

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