एसटीएफ ने उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग(यूकेएसएसएससी ) पेपर लीक मामले में तीन और आरोपियों पर गैंगस्टर एक्ट में मुदकमा दर्ज कराया है। इनमें पेपर लीक मामले में हाकम सिंह रावत का करीबी और आरएमएस कंपनी के मालिक का भाई शामिल है। जबकि, एक नाम सचिवालय रक्षक भर्ती धांधली के आरोपी का है। सभी मामलों में अब तक 24 आरोपियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट में मुकदमा दर्ज किया जा चुका है।
एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया कि परीक्षा धांधलियों में एसटीएफ की कार्रवाई जारी है। गत तीन सितंबर को रायपुर थाने में गैंगस्टर एक्ट के तहत 21 आरोपियों पर मुकदमा दर्ज कराया गया था। जांच में गौरव नेगी (निवासी नजीबाबाद पोस्ट सूर्यनगर थाना किच्छा, ऊधमसिंहनगर), विपिन बिहारी (निवासी तालगांव जिला सीतापुर यूपी) और आरएमस टेक्नो सॉल्यूशन के मालिक राजेश चौहान के भाई संजीव कुमार चौहान (निवासी गुलमोहर गार्डन, राजनगर, एस्टेशन, गाजियाबाद) का दो या इससे ज्यादा मामलों में भूमिका सामने आई।
जांच में यह भी पता लगा कि दोनों ने परीक्षा घपलों से कमाई कर काफी संपत्ति जोड़ी। दोनों का गैंगचार्ट तैयार कर डीएम को भेजा गया। डीएम की अनुमतिमिलने पर गैंगस्टर के मुकदमे में इन दोनों के नाम जोड़े गए हैं। विपिन बिहारी आरएमएस कंपनी में कर्मचारी रहा है। यह गैंगस्टर हाकम सिंह का करीबी है। जबकि, तीसरा आरोपी गौरव नेगी सचिवालय रक्षक भर्ती में नियुक्ति पाने वाले युवक का भाई है।