बुलावायो: जिम्बाब्वे के पूर्व कप्तान और ऑलराउंडर हीथ स्ट्रीक (Heath Streak Death) का 49 वर्ष की उम्र में निधन हो गया. वह काफी लंबे समय से आंतों और लिवर के कैंसर से जूझ रहे थे. वह अपने दौर के सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडर्स में से एक थे. वह उस जिम्बाब्वे की टीम के कप्तान रहे जिसने दुनिया को चुनौती देनी शुरू कर दी थी. अपनी गेंदबाजी और लोअर मिडल ऑर्डर में बल्लेबाजी से उन्होंने जिम्बाब्वे के लिए अहम योगदान दिया.
जिम्बाब्वे के लिए गेंदबाजी में कमाल
स्ट्रीक गेंदबाजी आक्रमण की शुरुआत करते थे. गेंद को स्विंग करवाना उनकी खासियत थी. उन्होंने जिम्बाब्वे के लिए 80 टेस्ट मैच खेले. और इस दौरान 216 विकेट हासिल किए. क्रिकेट के सबसे लंबे फॉर्मेट में वह अपने देश के लिए सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे. वहीं वनडे इंटरनैशनल में उनके नाम 239 विकेट रहे. कुल मिलाकर फर्स्ट क्लास क्रिकेट की बात करें तो उन्होंने 499 विकेट अपने नाम किए. वह जिम्बाब्वे के लिए 100 टेस्ट विकेट हासिल करने वाले इकलौते गेंदबाज हैं.
अनोखा डबल
क्रिकेट में ऑलराउंडर का मतलब ही यही होता है कि गेंदबाजी और बल्लेबाजी दोनों में अपना योगदान दे. वह जिम्बाब्वे के इकलौते क्रिकेटर रहे जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 1000 रन बनाने और 100 विकेट लेने का कारनामा किया. वहीं वनडे क्रिकेट में 200 विकेट और 2000 रन बनाने का डबल भी उनके नाम है. टेस्ट में उन्होंने 22.35 के औसत से 1990 और वनडे में 28.29 के औसत से 2943 रन बनाए.
सबसे ज्यादा पंजे से शिकार’
वह जिम्बाब्वे के लिए टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा बार पारी में पांच विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं. उन्होंने सात बार ऐसा किया है.
विवाद
हीथ स्ट्रीकर पर अप्रैल 2021 में आठ साल का बैन लगाया गया था. आईसीसी की एंटी करप्शन पॉलिसी के उल्लंघन का दोषी पाए जाने पर उन पर यह प्रतिबंध लगाया गया था. स्ट्रीक ने प्रतिबंध स्वीकार कर लिया था लेकिन कहा था कि उन्होंने मैच-फिक्सिंग नहीं की है.