श्रीनगर में बोन एंड ज्वाइंट अस्पताल में आग, तीन ब्लाक राख; सभी मरीजों-तीमारदारों को सुरक्षित निकाला
शहर के बाराजुला इलाके में शुक्रवार की देर शाम हड्डी एवं जोड़ अस्पताल में भीषण आग लग गई। इसमें ट्रॉमा, इमरजेंसी व रिकवरी वार्ड पूरी तरह जल गए। आग लगते ही पूरे अस्पताल परिसर में अफरातफरी मच गई। डीसी एजाज असद ने बताया कि अस्पताल में भर्ती 113 मरीजों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया। हालांकि, किसी प्रकार के जानी नुकसान की खबर नहीं है, लेकिन करोड़ों की संपत्तियों के नुकसान का आकलन है।
बताया जा रहा है कि आग अस्पताल के इमरजेंसी ऑपरेशन थिएटर से शुरू होकर अस्पताल के अन्य भवनों में फैल गई। आग की लपटें देखते ही भगदड़ मच गई। मरीजों के साथ ही तीमारदार भी भागने लगे। कई सीढ़ियों से कूदकर बाहर भागे। अस्पताल कर्मियों तथा पड़ोस के नागरिकों ने मरीजों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया। सबसे ज्यादा उन मरीजों को दिक्कतें आईं जो गंभीर रूप से चोटग्रस्त थे।
दमकल वाहनों को फौरन मौके पर भेजकर आग बुझाने की कोशिश की गई। देर रात तक आग बुझाने का काम चलता रहा। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि सिलेंडर में ब्लास्ट की वजह से इमरजेंसी थिएटर में आग लगी थी, जहां से आग ने अन्य भवनों को चपेट में ले लिया।
अस्पताल में भर्ती 38 मरीजों को श्री महाराजा हरि सिंह और 18 को जेवीसी अस्पताल में शिफ्ट किया गया। मामूली रूप से जख्मी मरीजों को रिश्तेदारों के घर भेज दिया गया। एसडीआरएफ की टीम के साथ ही 20 से अधिक वाहन लगे।
मंडलायुक्त पीके पोल ने घटनास्थल का दौरा करने के बाद बताया कि अस्पताल में ठंड के मौसम में हीटर के इस्तेमाल के लिए सिलेंडर रखा होता है। इसी में विस्फोट की बात सामने आ रही है। अब मौसम में सुधार की वजह से सभी सिलेंडर हटा लिए जाएंगे। यह भी जांच की जाएगी कि अस्पताल का फायर ऑडिट हुआ था कि नहीं। जान माल का नुकसान नहीं हुआ है। अस्पताल प्रशासन शनिवार की दोपहर तक घटना के कारणों की जांच कर रिपोर्ट देगा। हालांकि, भवन 20 फीसदी क्षतिग्रस्त हो चुका है।