हरियाणा। यारा गांव में रुपयों के लेन-देन से तंग आकर शाहाबाद कोर्ट में प्यादे के तौर पर कार्यरत कर्मी ने अपने माता-पिता और पत्नी की हत्या करने के बाद कोई जहरीला पदार्थ निगल कर आत्महत्या कर ली। आरोपी ने अपने 13 साल के बेटे को भी कोई जहरीला पदार्थ खिला दिया लेकिन उसे बचा लिया गया। शाहाबाद के एक निजी अस्पताल में उसका उपचार चल रहा है।
उधर, पुलिस ने नैब सिंह 55, उसकी पत्नी अमृत कौर 50, अमनप्रीत 35 और आरोपी दुष्यंत 38 का शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस को घटनास्थल से सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है।
इसमें रुपयों के लेनदेन का जिक्र है। इस कारण दुष्यंत मानसिक रूप से परेशान था। मामले में पुलिस ने एक महिला सहित नौ लोगों के खिलाफ हत्या समेत अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया है। पुलिस जांच के मुताबिक नैब सिंह ने परिजनों को कोई नशीला पदार्थ खिला दिया और उनके बेहोश होने पर उसने अपने पिता का गला रेत कर हत्या कर दी।
इसके बाद मां अमृत कौर और पत्नी अमनप्रीत का गला दबाकर मार दिया। इसके बाद आरोपी ने खुद भी जहरीला पदार्थ निगल लिया। आरोपी को वारदात करते देख उसने अपने बेटे को भी मारने की कोशिश की। आरोपी ने उसे भी जहरीला पदार्थ दिया, मगर वह किसी तरह बच गया।
तंग करने वालों में दो पुलिसकर्मी
सुसाइड नोट के मुताबिक दुष्यंत को सोनीपत का रहने वाला परिवार पैसे के लेनदेन के लिए तंग कर रहा था। इसमें दो पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। उनसे तंग आकर दुष्यंत ने सनसनीखेज वारदात को अंजाम दिया। पुलिस ने साहिल की शिकायत पर कोमल, विक्रम, संदीप, चंद्रभान, सलिंद्र, धनपत सिंह, पुलिसकर्मी रोहित, शिव मुनि और मृतक दुष्यंत को नामजद किया है।
थाना शाहाबाद प्रभारी सतीश कुमार ने बताया कि पुलिस ने चारों शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। सोमवार को शवों का पोस्टमार्टम कराया जाएगा। पुलिस गहनता से मामले की जांच कर रही है। मौके से पुलिस को सुसाइड नोट बरामद किया है। इसमें मृतक दुष्यंत समेत नौ के खिलाफ हत्या करने और आत्महत्या के लिए उकसाने की धाराओं में मामला दर्ज किया है।