शराबी बेटों और देवर से तंग आकर महिला ने जहर खाकर आत्महत्या की
बागपत। बेटों की प्रताड़ना से तंग आकर मां ने जहरीला पदार्थ खाकर मौत को गले लगा लिया। यही नहीं, आरोप है कि शराब के नशे में बड़े बेटे ने शव को लात भी मारी। मृतका के भाई ने दोनों भांजों व बहन के देवर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस ने आरोपित दोनों बेटों को गिरफ्तार कर लिया है। देवर की तलाश में दबिश दी जा रही है।
गाली-गलौज व मारपीट कर करते थे प्रताड़ित
मुजफ्फरनगर जिले के बुढ़ाना कोतवाली क्षेत्र के इटावा ताना गांव निवासी बिजेंद्र सिंह पुत्र धर्मबीर सिंह ने बताया कि उनकी बहन चांदकौर (55) की शादी 35 साल पहले विनोद पुत्र आशाराम निवासी ट्योढ़ी गांव से हुई थी। उसके भांजे विकास उर्फ कल्लू, मोहन उर्फ छोटे व अविवाहित देवर हरेंद्र उर्फ जोगा आए दिन बहन के साथ गाली-गलौज व मारपीट कर प्रताड़ित करते थे। इसी कारण बहन दुखी रहती थी।
प्रताड़ना से परेशान हो गईं चांदकौर
बताया कि 30 जुलाई की शाम तीनों आरोपित आपस में झगड़ा कर रहे थे। बहन चांदकौर ने बीच बचाव कराना चाहा तो तीनों ने गालियां देकर उनके साथ मारपीट की। तीनों की प्रताड़ना से परेशान बहन ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली। इंस्पेक्टर देवेश कुमार शर्मा ने बताया कि शव का पोस्टमार्टम कराया गया था। बिजेंद्र की तहरीर पर चांदकौर के बेटे विकास, मोहन व देवर हरेंद्र के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दोनों बेटों को गिरफ्तार कर लिया है। हरेंद्र की तलाश की जा रही है। महिला का पति मजदूरी करता है।
बेटे ने शव को मारी लात
चांदकौर दोनों बेटों और अविवाहित देवर के साथ गांव में रहती थी। आरोपित बेटे विकास ने बताया कि वह, उसका छोटा भाई मोहन और चाचा कभी कभार शराब पी लेते हैं। 30 जुलाई की रात भी घर पर शराब पी थी। मां ने मना किया तो कहासुनी हो गई। इसके बाद मां ने जहरीला पदार्थ खा लिया। उधर, बिजेंद्र ने आरोप लगाया कि बहन की मौत के बाद बड़े भांजे विकास ने शव में लात मारते हुए कहा था कि मां मरने का ड्रामा कर रही है।