आज भी अपनो का इंतेज़ार करते है बुजुर्ग
आज भी अपनो का इंतेज़ार करते है बुजुर्ग, दुनिया की भागदौड़ में पीछे छूट जाते है अपने, ईएमसीटी सदस्य मिलकर बाट रही है हँसी ख़ुशी और परेशनिया।
आज ईएमसीटी के सदस्यों ने अपना समय वृध आश्रम में उनके साथ बिताया और साथ साथ उनकी ज़रूरत का समान जैसे दवाइयाँ ,फल एवं अन्य ज़रूरी वस्तुयें पहुँचायी। टीम समय समय पर आश्रम जाकर उनकी ज़रूरतों की सूची बना लेती है।
ई॰एम॰सी॰टी॰ की संस्थापक रश्मि पाण्डेय ने बताया कि आज का समाज समय के साथ दौड़ रहा है और इन सब भागम भाग में हमारे अपने लोग पीछे छूट जा रहे है। वो अपने कोई नहीं हमारे अपने माँ बाप जो अपनी ज़िंदगी को न्योछावर कर देते है आपकी ज़िंदगी को सवारने में और ख़ुद मोहताज हो जाते है अपनो के प्यार के लिए ।
ये समाज का एक कड़वा सच है , कि ऐसे लोग बिना अपने परिवार के ये बुजुर्ग इस अपने इस कठिन समय में वृध आश्रम में रहने के लिए मजबूर है। आश्रम में ये लोग आज भी अपनो का इंतेज़ार कर रहे है कि कब इनका परिवार इनसे मिलने आएगा और अपने घर ले जाएगा वो घर जिसे बनाने के लिए उन्होंने अपनी पाई पाई लगा दी, आज वह घर वह परिवार उन के लिए बेगाना बन गया।
ईएमसीटी की टीम अक्सर अपना समय वृध आश्रम में गुज़ारती है और उनको अपने परिवार की तरह देखती है और हमारे जाने से बुजुर्गों में भी उत्साह भर जाता है.. वो हस्ते है गाते है खेलते है और धुनो पर डान्स करते है।
टीम के सदस्यों में बेबी वेदिका
श्वेता , सरिता , अनामिका, शक्ति, मोनिका , रश्मि पाण्डेय उपस्थित रहे।