ग्रेटर नोएडा में बनने जा रहा है ड्रग्स रिहैबिलिटेशन सेंटर, छात्रों की होगी काउंसिलिंग
ग्रेटर नोएडा। ड्रग्स के मकड़जाल में फंस रहे युवाओं को बाहर निकालने के लिए गौतमबुद्ध नगर में ड्रग्स रिहैबिलिटेशन सेंटर की स्थापना होगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समीक्षा बैठक में हाल ही में आए ड्रग्स के मामलों पर चिंता जताते हुए जल्द से जल्द जिले में रिहैबिलिटेशन सेंटर बनवाने का निर्देश जिलाधिकारी को दिया है। उन्होंने कहा कि युवा देश और प्रदेश का आने वाला भविष्य हैं,उन्हें गलत राह से बाहर निकालने की जिम्मेदारी सरकार की है।
जिले में पढ़ते हैं दो लाख से अधिक छात्र
बता दें देश के विभिन्न राज्यों से छात्र जिले में पढ़ाई करने के लिए आते हैं। नोएडा और ग्रेटर नोएडा के करीब आठ विश्वविद्यालय और 200 से अधिक कॉलेज में दो लाख से अधिक छात्र अध्ययन कर रहे हैं।
कई छात्र सामान्य परिवार से सपनों को साकार करने के लिए यहां आते हैं,लेकिन ड्रग्स के माफिया उन्हें अपनी बातों में फंसाकर तस्करी कराने लगते है। रुपये कमाने की चाहत में वह गलत पटरी पर चढ़ जाते है। जब तक उन्हें गलत राह का पता चलता है। तब तक काफी देर हो जाती है।
पिछले कई दिनों में बढ़े मामले
नोएडा के नालेज पार्क, सेक्टर-18 और सेक्टर-37, विभिन्न कालेजों, सेक्टरों तथा झुग्गियों के आसपास गांजे और ड्रग्स का गोरखधंधा चलता है। पिछले छह माह में करीब 230 ड्रग्स से अधिक तस्करी के मामले सामने आए है। इसके साथ ही एक नामी विश्वविद्यालय के छात्रों को भी तस्करी में पकड़ा गया था,जिन्हें कोर्ट ने जेल भेज दिया था।