Delhi News: बवाना में पांच साल की बच्ची की दुष्कर्म के बाद हत्या; 3 दिन बाद फैक्ट्री में मिला शव
बाहरी दिल्ली। बवाना में पांच साल की बच्ची की दुष्कर्म के बाद हत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया है। 24 मार्च से गायब बच्ची का शव तीन दिन बाद बवाना औद्योगिक क्षेत्र में एक बंद फैक्ट्री से बरामद किया गया। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पहचान के बाद पुलिस ने आरोपित को आसनसोल (पश्चिम बंगाल) रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार कर लिया है।
मजदूरी करता है आरोपित
आरोपित बच्ची के पड़ोस में ही रह रहा था। पुलिस ने आरोपित की निशानदेही पर घटनास्थल से बच्ची के शव के साथ एक ब्लेड और एक ईंट बरामद भी की है। आरोपित की उम्र 28 वर्ष बताई जा रही है। वह मजदूरी करता था।
गत 24 मार्च को रात करीब साढ़े 10 बजे बवाना पुलिस को पीसीआर कॉल के माध्यम से डीएसआईआईडीसी के सेक्टर-एक से पांच साल की बच्ची के अपहरण की जानकारी मिली। बाहरी उत्तरी जिला पुलिस उपायुक्त रवि कुमार सिंह ने बताया कि बच्ची के माता-पिता के बयान के आधार पर 24 तारीख की रात को ही अपहरण की धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज कर कई टीम बनाकर जांच आरंभ कर दी।
24 मार्च को आखिरी बार बच्ची को देखा
बयान में बच्ची के माता-पिता ने बताया कि वे बवाना में चाय की दुकान चलाते हैं और लड़की दिन के समय उनके साथ ही रहती है। उन्होंने बच्ची को आखिरी बार 24 मार्च को शाम करीब पांच बजे देखा था। उन्होंने उसे खोजने का प्रयास किया, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। इसके बाद पुलिस को सूचित किया।
पुलिस उपायुक्त ने बताया कि माता-पिता के साथ क्षेत्र में गहन तलाशी शुरू की गई। इलाके से कई सीसीटीवी फुटेज हासिल किए गए और उनमें से एक फुटेज में बच्ची को एक आदमी के साथ चलते हुए देखा गया। उसकी पहचान तोतन लोहार उर्फ खुदी के रूप में हुई। पुलिस उसके घर पहुंची तो वह फरार पाया गया। आसपास के लोगों से पता लगा कि वह संभवतः पूर्वा एक्सप्रेस ट्रेन से पश्चिम बंगाल भाग गया।
आरोपित ने दुष्कर्म-हत्या की बात मानी
इसी आधार पर उसे पकड़ने के लिए कई टीमें बनाई गईं और इस रेलवे रूट पर तैनात किया गया। एक एडवांस टीम को हवाई जहाज से कोलकाता भेजा गया। पुलिस अधिकारी ने बताया कि एक टीम आसनसोल रेलवे स्टेशन तक एक ट्रेन में सवार हुए और पूर्वा एक्सप्रेस का इंतजार किया। जैसे ही ट्रेन आई, टीम उसमें सवार हो गई और संदिग्ध की तलाश शुरू कर दी। कुछ मिनटों के बाद पहचान कर आरोपित को पकड़ लिया। उसे 27 मार्च की सुबह दिल्ली लाया गया। पूछताछ में आरोपित ने बच्ची से दुष्कर्म और उसके बाद हत्या करने की बात स्वीकार की।
उसने बताया कि 24 तारीख को शाम करीब 7:30 बजे बच्ची की हत्या कर शव को बगल की फैक्ट्री में फेंकने की बात बताई। इसके बाद आरोपित की निशानदेही पर घटनास्थल की पहचान की गई, शव के साथ एक ब्लेड और एक ईंट बरामद की गई। उन्होंने बताया कि प्राथमिकी में हत्या, सुबूत को खुदबुर्द करने, दुष्कर्म की धाराओं के अलावा पॉक्सो एक्ट जोड़ा गया है।
ऐसे हुई पुलिस की राह आसान
आरोपित के पश्चिम बंगाल जाने का इनपुट और इसके बाद दिल्ली से हावड़ा जाने के लिए इकलौती ट्रेन (पूर्वा एक्सप्रेस) होने की बात ने पुलिस की राह आसान बना दी। पुलिस ने कुछ ही घंटों के भीतर आरोपित के बारे में पूरी जानकारी जुटा ली। पुलिस यह तक भी पता लगाने में कामयाब हो गई कि आरोपित किस बोगी में बैठा है। इसके बाद तय हुआ कि आरोपित को हावड़ा पहुंचने से पहले हर हाल में गिरफ़्तार करना है।इसके लिए आसनसोल रेलवे स्टेशन को इसलिए चुना गया कि यहां ट्रेन का सबसे ज्यादा ठहराव ज्यादा समय तक है।