पुलिस के पहरे में हुई दलित बेटी की शादी, झगड़े के बाद कश्यप समाज ने दी थी बारात न चढ़ने की धमकी
एटा: जिले में 12 जनवरी देर शाम को दलित से मामूली कहासुनी ने विकराल रूप ले लिया. उसके बाद दलित बस्ती में पथराव हुआ. इसमें भाजपा नेता सहित 15 लोगों पर एफआईआर दर्ज हुई. दलित शख्स ने प्रशासन से सुरक्षा की गुहार लगाई. इसके बाद रविवार रात पुलिस सुरक्षा में दलित की बेटी की बारात चढ़ी.
12 जनवरी देर शाम राजा का रामपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत कस्बे में दलित समाज के लोगों से ऊंची जाति के लोगों ने कुछ जातिसूचक शब्द बोल दिए. इस बात को लेकर मामला इतना बड़ गया कि दलित बस्ती में जमकर पथराव हो गया. इसमें तीन दलित घायल हो गए. सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची. 12 जनवरी की रात को ही दलित राजेंद्र बाल्मिकी ने तहरीर देकर भाजपा नेता सहित 15 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई. 15 जनवरी को राजेंद्र की बेटी की शादी थी. राजेंद्र को डर लगा कि कहीं ऊंची जाति के लोग बारात में खलल न डाल दें.
इससे भयभीत राजेंद्र ने प्रशासन से सुरक्षा की गुहार लगाई. 12 जनवरी को दलित बस्ती में पथराव के बाद से ही पुलिस ने बत्ती में पिकेट लगाने का बंदोबस्त कर दिया. दलित बस्ती में पिकेट के अलावा स्वयं राजा का रामपुर थाना अध्यक्ष संजय सिंह राघव 15 जनवरी को मय फोर्स के साथ दलित की बेटी की बारात चढ़वाने पहुंच गए. इसके बाद पुलिस अभिरक्षा में बारात चढ़वाई.
इस मामले में थाना प्रभारी संजय सिंह राघव ने बताया कि 12 जनवरी की घटना के उपरांत कोई मामला नहीं हुआ है. तब से शांति व्यवस्था बनी हुई है. उन्होंने कहा कि दलित समाज को किसी प्रकार का कोई भय नहीं है. मुकदमे में नाम दर्ज आरोपी नगर छोड़कर फरार हो चुके हैं. लगातार दबिश दी जा रही है. राजेंद्र बाल्मिकी की बेटी की बारात सकुशल चढ़ गई है. दलित बस्ती में किसी प्रकार का कोई भय नहीं है.