कांग्रेस देशभर में शुरू कर रही ‘भारत जोड़ो संविधान अभियान’, 26 नवंबर को होगी शुरुआत
हरियाणा। कांग्रेस देशभर में ‘भारत जोड़ो संविधान अभियान’ शुरू कर रही है। इस अभियान की शुरुआत 26 नवंबर को दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम से होगी। यह घोषणा कांग्रेस के ओबीसी विभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष व हरियाणा कांग्रेस नेता अजय सिंह यादव ने बुधवार को चंडीगढ़ में की। अजय यादव ने कहा कि कांग्रेस का यह अभियान लगातार दो महीने चलेगा। 26 नवंबर से शुरू होने वाला भारत जोड़ो संविधान अभियान 26 जनवरी तक चलेगा।
यादव ने कहा कि इस अभियान में कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी और अन्य वरिष्ठ नेता भी शामिल होंगे। यादव ने कहा कि इस अभियान के जरिये कांग्रेस देश में सामाजिक न्याय, समानता और जाति जनगणना की मांग को प्रमुखता से उठाएगी।
कैप्टन अजय यादव ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि केंद्र सरकार जाति जनगणना नहीं कराकर सभी वर्गों को उनके अधिकारों से वंचित कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार केवल कुछ चुनिंदा उद्योगपतियों को लाभ पहुंचा रही है, जो देश की अधिकांश संपत्ति और संसाधनों पर नियंत्रण रखते हैं।
संविधान के मूल्यों पर जोर और जाति जनगणना की मांग
अजय यादव ने कहा कि भारत जोड़ो संविधान अभियान कांग्रेस के एससी, एसटी, ओबीसी और अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ द्वारा आयोजित किया जाएगा। इसके तहत विभिन्न स्थानों पर संगोष्ठियों का आयोजन कर लोगों को भाजपा की नीतियों के खिलाफ जागरूक किया जाएगा। उन्होंने सवाल उठाया कि जब हाथी और बाघ की गिनती होती है, तो जाति जनगणना क्यों नहीं हो सकती?
संविधान के 75 साल और सामाजिक न्याय पर फोकस
कैप्टन अजय यादव ने बताया कि 26 नवंबर को अभियान शुरू होने का विशेष महत्व है। क्योंकि इसी दिन 1950 में डॉ. बीआर अंबेडकर ने संविधान का अंतिम मसौदा संविधान सभा को प्रस्तुत किया था। इसलिए कांग्रेस इसी दिन से भारत जोड़ो संविधान अभियान की शुरुआत करने जा रही है।
हरियाणा चुनाव में कांग्रेस की हार पर बोले
हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार पर यादव ने कहा कि पार्टी ने ओबीसी उम्मीदवारों को कम टिकट दिए, जिससे नुकसान हुआ। उन्होंने दावा किया कि कुछ वरिष्ठ नेताओं के चुनाव प्रचार से दूर रहे यह भी एक हार का कारण बना। वहीं उन्होंने टिकट वितरण पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि पार्टी हाईकमान ने उम्मीदवारों के चयन में चूक की इस वजह से भी हरियाणा में पार्टी को हार का मुंह देखना पड़ा।