सेहत को नुकसान भी पहुंचा सकती है चॉकलेट, जानिए कैसे
नई दिल्ली। चॉकलेट एक ऐसी चीज़ है, जिसे आमतौर पर दुनियाभर में पसंद किया जाता है। इसे लोग अपना प्यार जताने के लिए तोहफे के तौर पर भी देते हैं। मूड खराब होने पर भी कई लोगों को चॉकलेट खाना पसंद है, इससे उन्हें सुकून पहुंचता है। डार्क चॉकलेट में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर की फ्री-रैडिकल्स से लड़ने में मदद करते हैं। लेकिन इसके बावजूद इसका ज़रूरत से ज़्यादा सेवन आपकी सेहत को कई तरह से नुकसान पहुंचा सकता है।
चॉकलेट में मक्खन, चीनी और क्रीम की उच्च मात्रा होती है, जो किसी की भी सेहत को फायदा नहीं पहुंचाते। कभी-कभी चॉकलेट का छोटा सा टुकड़ा खा लेना ठीक है, लेकिन ज़्यादा खा लेने से पेट दर्द या फिर दिल की बीमारी से जुड़ी दिक्कतें हो सकती हैं।
वज़न और डायबिटीज़ का ख़तरा बढ़ना
44 ग्राम की एक चॉकलेट बार में 235 कैलोरीज़, 13 ग्राम फैट्स और 221 ग्राम चीनी होती है। चॉकलेट का ज़रूरत से ज़्यादा सेवन वज़न बढ़ाने का काम करता है। इसमें मौजूद चीनी में पोषण मूल्य नहीं होता और यह एक व्यक्ति के ब्लड शुगर स्तर को भी बढ़ा देती है, जो डायबिटीज़ का ख़तरा भी बढ़ाती है। अगर आप वज़न को कम करना चाह रहे हैं, तो आपको चॉकलेट के सेवन से बचना चाहिए। चीनी की उच्च मात्रा न सिर्फ वज़न बढ़ाती है, लेकिन साथ ही दांतों को खराब करने का काम भी करती है।
दिल की बीमारी और स्ट्रोक
चॉकलेट बार में 13 ग्राम वसा में से 8 ग्राम संतृप्त वसा से आता है जो रक्त कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने के लिए जाना जाता है। कॉलेस्ट्ऱोल की बढ़ी हुई मात्रा दिल की बीमारी और स्ट्रोक का कारण बनती है।
एसिड रीफल्क्स
चॉकलेट की प्रकृति अम्लीय होती है और अम्लीय खाद्य पदार्थ आपके पेट में एसिड को बढ़ा देते हैं। चॉकलेट खाने से सीने में जलन की समस्या भी शुरू हो जाती है। अगर कोई व्यक्ति पहले से गैस से जुड़ी समस्या से जूझ रहा है, तो उसे चॉकलेट न खाने की सलाह दी जाती है।
घबराहट और बेचैनी की समस्या
चॉकलेट में मौजूद कैफीन एक घटक है, जो केंद्रीय तंत्रिका तंत्र को उत्तेजित करता है, ऊर्जा को बढ़ावा देता है और किसी व्यक्ति के मूड में सुधार कर सकता है, लेकिन इसका कोई पोषण मूल्य नहीं है। चॉकलेट जैसी बहुत अधिक कैफीन युक्त खाद्य पदार्थ खाने से हृदय रोगियों में दिल की धड़कनों का अनियमित होना या इससे चिंता, अवसाद, बेचैनी और नींद न आने की दिक्कत भी हो सकती है।
किडनी पर असर
रिसर्च बताती हैं कि चॉकलेट में टॉक्सिक मेटल, कैडमियम की मात्रा काफी होती है। कैडमियम की मात्रा विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा अनुशंसित से कहीं अधिक पाई गई। मानव की किडनी विशेष रूप से एक बीमार व्यक्ति की किडनी को चॉकलेट की भारी खपत के बाद इस ज़हरीले धातु को बाहर निकालने में परेशानी हो सकती है, जिससे किडनी गंभीर रूप से प्रभावित हो सकती है।
पेट दर्द
जो लोग लैक्टॉस इंटॉलेरेंट हैं, उन्हें दूध से बनी चॉकलेट खाने के बाद पेट दर्द का अनुभव हो सकता है, क्योंकि डेयरी प्रोडक्ट्स में लैक्टॉस शुगर मौजूद होती है। अगर आपको भी दूध से एलर्जी है, तो आप डेयरी-फ्री डार्क चॉकलेट का ही सेवन करें।
हड्डियों की सेहत
कई शोध के अनुसार, चॉकलेट हड्डियों को कमज़ोर बना सकती हैं और ऑस्टियोपोरोसिस का कारण बन सकती है। कुछ अध्ययनों में पाया गया है कि जो महिलाएं रोजाना चॉकलेट खाती हैं उनमें हड्डियों का घनत्व और ताकत कम होती है। चॉकलेट खाने के नुकसान हैं, लेकिन अगर आप ज़रूरत से ज़्यादा नहीं खाते हैं, तो यह नुकसान नहीं पहुचाती।
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।