चीन ने पेश किया शांति प्रस्ताव, कहा- युद्ध से किसी को फायदा नहीं
आज से ठीक एक साल पहले रूस और यूक्रेन के बीच विवादों की शुरुआत हुई है. दोनों ही देशों के बीच यह विवाद 24 फरवरी 2022 को शुरू हुआ था और यह आज तक चल रहा है. दोनों ही देशों ने इस एक साल के दौरान अपनी ताकतों का जमकर प्रदर्शन किया है. यूक्रेन और रूस के बीच चल रहे विवाद के बीच अब चीन ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है. चलिए जानते हैं रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे विवाद पर चीन का क्या कहना है.
घर्षविराम एवं शांति वार्ता का आह्वान
चीन ने रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध को समाप्त कराने के लिए 12 सूत्री प्रस्ताव के तहत दोनों देशों के बीच संघर्षविराम एवं शांति वार्ता का आह्वान किया है. चीन के विदेश मंत्रालय द्वारा आज सुबह जारी की गई योजना में रूस पर पश्चिमी देशों के लगाए प्रतिबंधों को समाप्त करने, आम नागरिकों की निकासी के लिए मानवीय गलियारों की स्थापना करने और अनाज निर्यात सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाने का भी आग्रह किया गया है.
युद्ध में तटस्थ होने का दावा
चीन ने इस युद्ध में तटस्थ होने का दावा किया है, लेकिन रूस के साथ उसके संबंध गहरे हैं और उसने यूक्रेन पर रूस के आक्रमण की आलोचना नहीं की है. इसके बजाय उसने पश्चिमी देशों पर संघर्ष के लिए उकसाने और यूक्रेन को रक्षात्मक हथियार प्रदान कर आग भड़काने का आरोप लगाया है. शांति प्रस्ताव में सभी देशों की संप्रभुता, स्वतंत्रता और क्षेत्रीय अखंडता की प्रभावी रूप से गारंटी दिए जाने की आवश्यकता का भी जिक्र किया गया है. चीन ने शीतयुद्ध की मानसिकता का अंत करने का भी आह्वान किया है. बीजिंग ऐसे शब्दों का इस्तेमाल अन्य देशों में अमेरिकी हस्तक्षेप एवं आधिपत्य के लिए करता रहा है.