बीआरडी मेडिकल कालेज में जूनियर डाक्टरों और तीमारदार में मारपीट, हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज
गोरखपुर। बीआरडी मेडिकल कॉलेज में जूनियर डॉक्टर और तीमारदारों के बीच एक बार फिर विवाद हो गया। मेडिकल कॉलेज के इमरजेंसी के मेडिसिन वार्ड में जूनियर डॉक्टर और तीमारदारों के बीच मारपीट हुई। बीआरडी प्रशासन का आरोप है कि तीमारदारों ने डॉक्टरों पर जानलेवा हमला किया। इस दौरान वार्ड में भर्ती मरीजों के इलाज में भी परेशानी हुई।
इस मामले में मेडिसिन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. महीम मित्तल की तहरीर पर हत्या का प्रयास, बलवा, सरकारी काम में बाधा डालने सहित अन्य धाराओं में एक होमगार्ड समेत चार नामजद सहित दो अज्ञात पर केस दर्ज कर लिया है। मामले में गुलरिहा पुलिस ने होमगार्ड और एक अन्य आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।
तबीयत पूछने पर शुरू हुआ विवाद
पिपराइच थानाक्षेत्र के भिसवा निवासी घनश्याम राजभर (55) की शुक्रवार की सुबह तबीयत खराब हो गई। परिजन इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज के इमरजेंसी के मेडिसिन वार्ड पहुंचे। डॉक्टरों ने भर्ती कर मरीज का इलाज शुरू किया। इस बीच घनश्याम की बहू गोल्डी अपने पति प्रमोद के साथ घनश्याम को देखने पहुंची। उसने देवर राहुल से तबीयत के बारे में पूछने लगी। इस बीच पीछे से जूनियर डॉक्टर आ गए। तबीयत पूछने की बात पर जूनियर डॉक्टरों से कहासुनी हो गई और मामला मारपीट तक पहुंच गया।
परिजनों ने जूनियर डॉक्टरों पर लगाया आरोप
इस मामले में मरीज के परिजन सामने आए हैं। परिजनों का आरोप है कि वार्ड में जूनियर डॉक्टर एकत्र हो गए। गोल्डी राजभर का आरोप है कि दर्जनभर जूनियर डॉक्टरों मुझे, भाई गोलू और देवर राहुल को लाठी-डंडे से पीटा।
इसकी वजह से राहुल का सिर फट गया। इस बीच वार्ड के गैलरी में लगे लोहे के गेट को गार्ड ने बंद कर दिया। रिश्तेदार रामकिशुन निवासी कप्तानगंज कुशीनगर और मां मीरा देवी सहित अन्य तीमारदारों ने गैलरी में लगे गेट को धक्का देकर तोड़ा, तब जाकर राहुल और गोलू की जान बची।
बार-बार डिस्टर्ब कर रहे थे तीमारदार
वहीं, मेडिसिन विभागाध्यक्ष डॉ. महीम मित्तल ने लिखित तहरीर देकर आरोप लगाया है कि राहुल और गोलू मेडिसिन विभाग में मौजूद थे। मरीज को जरूरी दवाइयां दी जा चुकी थीं। मरीज की मेडिकल हिस्ट्री तैयार की जा रही थी। मरीज के साथ आए दोनों तीमारदार बार-बार मरीज के बारे में पूछकर काम में बाधा उत्पन्न कर रहे थे।
मना करने पर विवाद कर लिए और राहुल नाम के व्यक्ति ने चार से पांच लोगों को और बुलाकर डॉ. सुशांत को जान से मारने की नीयत से मारना शुरू कर दिया। मदद के लिए चिल्लाने पर डॉ. रोहित शर्मा, डॉ. विष्णु दुबे, डॉ. असीम यादव, डॉ. अबरार हुसैन, डॉ. अफरोज बचाने आए। इन डॉक्टरों को भी मारा-पीटा और दांत से काटकर घायल कर दिया।
दर्ज हुआ है मुकदमा
विभागाध्यक्ष डॉ. महिम मित्तल की तहरीर पर राहुल निवासी भिसवा थाना पिपराइच, गोलू निवासी नकहा नम्बर-1 थाना चिलुआताल, रामकिशुन निवासी भरसा नरायन थाना कप्तानगंज कुशीनगर, होमगार्ड जयगोविंद निवासी विशुनपुरा बाबू थाना चौरीचौरा और अन्य दो लोगों के खिलाफ सरकारी काम मे बाधा उत्पन्न करना, जानलेवा हमला, मारपीट समेत आधा दर्जन धाराओं में केस दर्ज किया गया है।
होमगार्ड का दावा, कर्तव्य पालन करना पड़ा महंगा
हिरासत में लिए गए होमगार्ड जयगोविन्द ने खुद को बेकसूर बताया। उसने कहा कि वर्दीधारी को कर्त्तव्य का पालन करना महंगा पड़ गया। होमगार्ड ने बताया कि मेडिसिन वार्ड में जूनियर डॉक्टर और मरीज के परिजनों में हाथापाई हो रही थी।
उस दौरान कोई भी बीचबचाव करने वाला नहीं था। उसी दौरान मैं चौरीचौरा निवासी रिश्तेदार कृष्णा को ईलाज के लिए मेडिसिन वार्ड में लेकर जा रहा था। दोनों पक्षों में हो रही मारपीट होता देखकर बीचबचाव किया। जब मौके पर पुलिस पहुंची तो जूनियर डॉक्टरों ने मुझ पर भी आरोप लगा दिया।
डॉक्टर की तहरीर के आधार पर हत्या का प्रयास, बलवा सहित गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। साथ ही दो लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीम लगा दी गई है।
– मनोज अवस्थी, एसपी नार्थ
डॉक्टर मरीज का इलाज कर रहे थे। इस दौरान तीमारदारों ने बेजा दबाव बनाया। ड्यूटी कर रहे डॉक्टरों ने इसका विरोध किया। इसके बाद तीमारदार हमला कर बैठे।
– डॉ. गणेश कुमार, प्राचार्य