उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री चंदन राम दास का निधन हो गया है. अल्मोड़ा से बागेश्वर पहुंचने के बाद अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई, जिसके बाद उन्हें बागेश्वर के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका निधन हो गया. वह लंबे समय से बीमार भी चल रहे थे.
कैबिनेट मंत्री के निधन पर उत्तराखंड में तीन दिवसीय राजकीय शोक घोषित किया गया है. इसके साथ ही राज्य में सभी सरकारी दफ्तरों में तिरंगे आधे झुके रहेंगे. सरकारी आदेश के मुताबिक, मंत्री का अंतिम संस्कार पुलिस सम्मान के साथ किया जाएगा. जिस जिले में उनका अंतिम संस्कार होगा, वहां सभी सरकारी कार्यालय बंद रहेंगे.
सीएम पुष्कर धामी ने जताया शोक
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने कैबिनेट सहयोगी के निधन पर शोक जताया है. उन्होंने ट्वीट किया, “मंत्रिमंडल में मेरे वरिष्ठ सहयोगी श्री चंदन राम दास जी के आकस्मिक निधन के समाचार से स्तब्ध हूं. उनका निधन जनसेवा एवं राजनीति के क्षेत्र में अपूरणीय क्षति है. ईश्वर पुण्यात्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान एवं परिजनों व समर्थकों को यह असीम कष्ट सहन करने की शक्ति प्रदान करें. ॐ शांति:”
पुष्कर धामी कैबिनेट में चंदन राम दास के पास दो विभाग थे. समाज कल्याण विभाग और परिवहन विभाग, वह कल यानी मंगलवार को ही बागेश्वर के खरेही मंडल गए थे, जहां बीजेपी कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया था. इसकी जानकारी उन्होंने ट्वीट कर दी थी.
1980 से शुरू हुआ था राजनीतिक करियर
चंदन राम दास का राजनीतिक करियर 1980 में शुरू हुआ था. वह 1997 में नगर पालिका बागेश्वर के निर्दलीय अध्यक्ष बने. इससे पहले वह हल्द्वानी के एमबी डिग्री कॉलेज में छात्र संघ का चुनाव भी जीत चुके थे. साल 2006 में उन्हें पूर्व सीएम भगत सिंह कोश्यारी ने बीजेपी में शामिल कराया, जिसके बाद वह लगातार चार बार बागेश्वर सीट से विधायक चुने गए.