गाज़ियाबाद बीजेपी प्रत्याशियों की घोषणा से पहले बगावत के सुर तेज
गाजियाबाद विधानसभा की पांचों सीटों पर दावेदारी के लिए लंबी लिस्ट है।हर उम्मीदवार अपना टिकट लेने के लिए पूरी तरह से लालायित है और सभी ने एड़ी चोटी तक के जोर लगाए हुए हैं।लेकिन अभी तक भारतीय जनता पार्टी ने पत्ते नहीं खोले हैं।लेकिन गाजियाबाद में भी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों की घोषणा होने से पहले ही भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं राष्ट्रीय सदस्यता अभियान के प्रदेश संयोजक अजय शर्मा ने भी बगावत करनी शुरू कर दी है।
क्योंकि वह पिछले काफी समय से साहिबाबाद विधानसभा क्षेत्र के लिए अपनी दावेदारी प्रस्तुत करते आ रहे हैं। उन्हें पूरा भरोसा ताकि साहिबाबाद विधानसभा से इस बार उन्हें अवसर दिया जाएगा।लेकिन जिस तरह की खबर सूत्रों के द्वारा प्राप्त हो रही हैं।उनका नंबर अभी नहीं आ रहा है।इसलिए उन्होंने पहले से ही बगावती सुर दिखाने शुरू कर दिए हैं। क्योंकि उन्होंने खुद अपनी फेसबुक पोस्ट पर बड़ा निर्णय लेने की धमकी दी है।
गुरुवार देर शाम एक निजी चैनल पर गाजियाबाद की पांचों विधानसभा सीटों पर उन्हीं उम्मीदवारों के नाम घोषित किए गए थे।जो अभी वर्तमान में पांचो विधानसभा पर अपना कब्जा किए हुए हैं। जबकि साहिबाबाद से अजय शर्मा की दावेदारी थी।अजय शर्मा को जब अपना नाम नहीं दिखाई दिया,तो उनके बगावती तेवर सामने आने लगे।अजय शर्मा ने बिना किसी देरी के फेसबुक पर ही अपना दर्द बयां कर डाला।उन्होंने अपनी फेसबुक पर लिखा कि “जब बड़े नेता कार्यकर्ताओं और जनता को दबाने लगे धनबल हावी हो जाए, तो परिणाम अच्छे नहीं होते। जल्द ही वह अपना निर्णय लेंगे”
अजय शर्मा के द्वारा यह पोस्ट फेसबुक पर डालने के बाद राजनीतिक गलियारों में तरह-तरह की चर्चाएं होने लगीं और यह माना जाने लगा कि यदि अजय शर्मा का टिकट नहीं हुआ तो निश्चित तौर पर शहर की भाजपा इकाई में बड़ी फूट पड़ जाएगी और वह बगावत करते हुए भाजपा को हराने का कार्य करेंगे। फेसबुक पर इस तरह की पोस्ट आने के बाद तमाम मीडिया कर्मियों ने उनसे बात की तो उन्होंने यहां तक कह डाला। कि यदि उन्हें टिकट नहीं मिला तो वह जल्द ही कोई बड़ा निर्णय लेंगे और हो सकता है कि वह निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे।