बच्चे को बेचने के लिए की गई सौदेबाजी, सीएमओ ने तीन अस्पतालों को नोटिस जारी कर एसीएमओ को सौंपी मामले की जांच
उत्तर प्रदेश। जिले से नवजात के अपहरण से लेकर हत्या तक के मामले सामने आते रहते है, लेकिन इस बार बच्चे को बेचने के लिए की जा रही सौदेबाजी के ऑडियो और वीडियो सामने आने के बाद इस मामले ने तुल पकड़ लिया है। आपको बता दें कि अलीगढ़ जिले में बच्चे को बेचने के लिए हो रही सौदेबाजी का मामला सामने आया है। इसके चार ऑडियो और दो वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिसमें नवजात की कीमत तीन लाख रुपये लगाई गई है। सीएमओ ने तीन अस्पतालों को नोटिस जारी कर एसीएमओ को मामले की जांच सौंप दी है।
वायरल ऑडियो और वीडियो में विष्णुपुरी के जीवन हॉस्पिटल, बरौला बाईपास स्थित मेराज हॉस्पिटल और मेलरोज बाईपास स्थित माही हॉस्पिटल का जिक्र किया जा रहा है। जीवन हॉस्पिटल की नर्स माही हॉस्पिटल की नर्स से बात कर रही है। एक व्यक्ति को बच्चे की जरूरत है। जरूरत मंद व्यक्ति को नर्स का नंबर भी दिया गया। बातचीत में ढाई लाख रुपये चिकित्सक और 50 हजार रुपये खुद रखने की बात नर्स कह रही है।
बरौला बाईपास स्थित हॉस्पिटल में चिकित्सक को भुगतान कर बच्चे को ले जाने के लिए कहा गया। यह भी उसे बताया गया कि बच्चे के माता-पिता का साइन किया हुआ पत्र चिकित्सक के पास है। उनसे मिलने नहीं दिया जाएगा। जरूरतमंद ने लिखा पढ़ी कर बच्चे को गोद लेने की बात कही। आरोप है कि इसके बाद बच्चा किसी और को बेच दिया। जिसके बाद इसकी शिकायत सीएमओ से भी की गई।
नवजात की खरीद-फरोख्त में जिस नर्स की संलिप्तता रही है। उसे नौकरी से निकाल दिया है। नवजात की खरीद-फरोख्त में नर्स का शामिल होना शर्मनाक है।-डॉ. कुलदीप, संचालक, माही हॉस्पिटल
गोद नामा के तहत बच्चा देने से उसकी मां घबरा गई थी। नवजात की खरीद-फरोख्त नहीं हो रही थी, नियमानुसार बच्चे को गोद देने की बात कही गई थी।-डॉ. मेराज अली, मेराज हॉस्पिटल
नवजात के खरीद-फरोख्त के मामले का ऑडियो मिला है। इसमें तीन अस्पतालों का नाम सामने आया है। तीनों के संचालक को तीन जनवरी को कार्यालय में पहुंचकर स्पष्टीकरण देने के लिए नोटिस जारी किए गए हैं। ऐसा न करने वाले अस्पताल पर कार्रवाई होगी।-डॉ. दिनेश खत्री, एसीएमओ