सोशल मीडिया पर कट्टरता फैलाने का प्रयास, दो छात्र पुलिस की गिरफ्त में

बरेली में ‘हैदरी दल’ से जुड़े नेटवर्क का पर्दाफाश, मदरसे से मिली साजिश की कड़ी
बरेली। सोशल मीडिया के जरिए युवाओं को कट्टरपंथी गतिविधियों में शामिल करने का एक गंभीर मामला सामने आया है। पुलिस ने “हैदरी दल” नामक संगठन से जुड़े दो युवकों को गिरफ्तार किया है, जिनमें एक कंप्यूटर इंजीनियरिंग का छात्र शानू और दूसरा होम्योपैथी छात्र मोहम्मद जैश शामिल हैं। ये युवक व्हाट्सएप और इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफॉर्म्स पर भड़काऊ वीडियो साझा कर रहे थे, जो समुदाय विशेष के खिलाफ तनाव पैदा कर सकते थे।
पुलिस जांच में सामने आया कि इस नेटवर्क का संचालन बरेली के एक मदरसे से जुड़ा मुफ्ती खालिद कर रहा था। उसी ने युवाओं को ग्रुप से जोड़ा और चंदा जुटाने के लिए क्यूआर कोड भेजा। चंदे का उद्देश्य मुस्लिम समुदाय की गरीब लड़कियों की शादी में मदद बताया गया था, लेकिन इसका प्रयोग संगठन के प्रचार और प्रसार में किया जा रहा था।
शानू ने सोशल मीडिया पर ‘हैदरी दल बरेली’ नाम से पेज बनाकर वीडियो साझा किए, जिन्हें बाद में डिलीट कर दिया गया। हालांकि, पुलिस की तकनीकी जांच से उसकी भूमिका उजागर हो गई। एसपी सिटी मानुष पारीक ने बताया कि मामले में कई अहम सुराग मिले हैं और असली सरगना तक पहुंचने की प्रक्रिया जारी है। अभी तक चार आरोपी जेल भेजे जा चुके हैं।