अखिलेश यादव रोते हुए पुलिसवाले का वीडियो शेयर कर बोले- अमृत महोत्सव के नाम पर भूखोत्सव क्यों?
लखनऊ: फिरोजाबाद पुलिस लाइन की मेस में बने खाने की गुणवत्ता को देखकर यूपी पुलिस का एक सिपाही फूट-फूटकर रोने लगा। कैमरे के सामने सिपाही ने अपना दुख जाहिर करते हुए बताया कि हमसे 12-12 घंटे काम कराया जाता है और कुत्तों से भी बदतर खाना परोसा जा रहा है। वीडियो के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद फिरोजाबाद पुलिस ने सिपाही मनोज कुमार के खिलाफ अनुशासनहीनता की कार्रवाई की है। तो वहीं, अब सिपाही को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव का साथ मिला है। अखिलेश यादव ने बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए पूछा, ‘महोत्सव के नाम पर भूखोत्सव क्यों?’
वीडियो ट्वीट कर अखिलेश ने पूछा, ‘भूखोत्सव क्यों?’
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष व पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने गुरुवार 11 अगस्त को सिपाही मनोज कुमार का वीडियो अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया है। वीडियो ट्वीट करने के साथ अखिलेश यादव ने लिखा,
सरकार 12-12 घंटे कराती है काम और खाना देती है….
दरअसल, सोशल मीडिया पर बुधवार 10 अगस्त को एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें मनोज कुमार नाम का शख्य यूपी पुलिस की वर्दी में नजर आ रहा है। सिपाही के हाथ में खाने की प्लेट है और वो सड़क पर खड़ा होकर लोगों को प्लेट में रखी रोटी, दाल चावल दिखाते हुए फूट-फूटकर रो रहा है। सिपाही ने रोते हुए जानवरों जैसे खाना देने की शिकायत कैमरे के सामने की। अपना दुख जाहिर करते हुए सिपाही मनोज कुमार ने बताया कि सरकार हमसे 12-12 घंटे काम कराती है और उन्हें कुत्तों से भी बदतर खाना परोसा जा रहा है। सिपाही का दुखड़ा सुनकर सूबे के अधिकारी सन्न हैं।
अधिकारी भी नहीं सुन रहे हैं…दे रहे हैं धमकी
सिपाही मनोज कुमार की मानें तो प्रदेश के डीजीपी, आरआई समेत आला अधिकारी भी सुन नहीं रहे हैं और उसे धमकी दे रहे हैं। सिपाही मनोज कुमार अब प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से गुहार लगाते हुए कहा कि मेरा निवेदन है कि आप इसपर एक्शन लें। आपको बता दें कि वीडियो के वायरल होने के बाद सिविल लाइंस चौकी के सिपाही जबरन कॉन्स्टेबल को पुलिस की जीप में ले गए। जिसके बाद फिरोजाबाद पुलिस की ओर से ट्वीट करके मनोज कुमार के खिलाफ अनुशासनहीनता, गैरहाजिरी और लापरवाही समेत तमाम शिकायतों को गिना दिया गया है।
अलीगढ़ जिले का रहने वाला है सिपाही मनोज कुमार
मैस के खाने की गुणवत्ता के खिलाफ आवाज उठाने वाले सिपाही मनोज कुमार उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले का मूल निवासी है। फिलहाल वो फिरोजाबाद में तैनात हैं। मीडिया से बात करते हुए सिपाही मनोज ने कहा कि यहां खाने की गुणवत्ता बहुत खराब है इसीलिए मैं खाने की थाली को लेकर आपके बीच आया हूं। मुख्यमंत्री ने पुलिस वालों को पौष्टिक आहार देने के लिए भत्ता बढ़ाया था, लेकिन हमे पानी पड़ी दाल मिल रही है, इसमे कुछ भी नहीं है, ये रोटियां देखिए क्या इसे कोई खा सकता हूं। हमारी यहां कोई सुनने वाला नहीं है। हम शिकायत करते हैं तो मेस का मैनेजर मुझे बर्खास्त करवाने की धमकी देता है।
फूट-फूटकर रोते हुए सिपाही मनोज कुमार ने बताई आपबीती
कैमरे के सामने फूट-फूटकर रोते हुए मनोज कुमार ने अपनी आपबीती बताई। मनोज कहते हैं कि कोई सुनने वाला नहीं है, यदि कप्तान साहब पहले ही सुन लिए होते तो यहां तक आने की मुझे आवश्यकता नहीं होती। मैंने कप्तान साहब से जयहिंद कहने के बाद उनसे कहा कि आप इसमे से 5 रोटी खा लीजिए, कम से कम आपको यह तो पता चले कि आपके सिपाही 12 घंटे ड्यूटी करने के बाद ये रोटियां खा रहे हैं। इसको यहां के कुत्तों को डाल दीजिए, मैं आपसे पूछना चाहता हूं कि क्या ये आपके बच्चे ये रोटियां खा सकते हैं।
वीडियो के वायरल होने के बाद सीओ सिटी को सौंपी गई जांच
सिपाही मनोज कुमार ने कहा कि मैं केवल आपसे यह पूछना चाहता हूं कि अगर यूपी और हिंदुस्तान में मानवता जिंदा है तो बता दीजिए उत्तर प्रदेश पुलिस की यह हालत क्यों है। मैं सुबह से भूखा हूं, कोई सुनने वाला नहीं है, मैं किससे कह दूं। यहां मेरे मां-बाप तो हैं नहीं। इतने पर भी मुझे धमकी दी जा रही है, आरआई, मेस मैनेजर धमकी दे रहे हैं कि तुझे बर्खास्त करके छोड़ेंगे अगर तू जनता के बीच चला गया। आप बताइए ये मेरे साथ जादतीय हो रही है कि नहीं। डीजीपी के पीएस को फोन किया तो उन्होंने कहा कि फोन काट दो नहीं तो बर्खास्त कर दूंगा। वहीं, अब सिपाही का वीडियो वायरल होने के बाद मैस के खाने की गुणवत्ता की जांच सीओ सिटी को सौंप दी गई है।