सपा नेताओं के खिलाफ कार्रवाई पर अखिलेश यादव बोले- कांग्रेस के रास्ते पर भाजपा, चुनाव मैदान में आयकर विभाग
रायबरेली: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 से पहले यूपी समाजवादी पार्टी के 3 बड़े नेताओं के घरों पर एक ही समय में इनकम टैक्स की रेड़ पड़ी. लखनऊ में मऊ में जैनेंद्र यादव, मऊ में सपा राष्ट्रीय महासचिव राजीव राय और मैनपुरी में मनोज यादव के ठिकानों पर आज सुबह 7.00 बजे आइटी की टीम पहुंची और छापेमारी की कार्रवाई शुरू की. ये तीनों ही नेता समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव के करीबी माने जाते हैं. ऐसे में इस कार्रवाई को लेकर अखिलेश यादव मीडिया से बात की और उसे बीजेपी री सियासी चाल करार दिया. उन्होंने मोदी सरकार और योगी सरकार पर जमकर हमला किया और कहा कि बीजेपी यह समझ चुकी है कि उत्तर प्रदेश में उसकी हार तय है. इसलिए चुनाव से पहले ऐसी हरकतें कर रही है.
अखिलेश यादव यहीं नहीं रुके. उन्होंने आगे कहा कि बीजेपी को यूपी में हार का डर है. इसलिए अभी इंतजार करिए, अभी सिर्फ इनकम टैक्स विभाग को मैदान में उतारा गया है. हो सकता है आगे ईडी और सीबीआई को भी भेज दिया जाए. अखिलेश का कहना है कि राजीव राय सपा के प्रवक्ता हैं. वह दिन रात पार्टी के लिए काम कर रहे हैं. चुनाव से ठीक पहले उनके घर पर रेड डालने का सीधा मतलब यह है कि बीजेपी डरी हुई है. क्योंकि अगर भाजपा चाहती तो यह सब पहले भी हो सकता था, चुनाव से पहले ही क्यों किया गया?
अखिलेश यादव कहते हैं कि मौजूदा सरकार ने सिर्फ जनता को परेशान करने का काम किया है. हर बार सरकार के फैसले से जनता पर संकट आया है. इसलिए सपा बीजेपी का खात्मा करना चाहती है. वहीं, कांग्रेस को भी घेरे में लेकर अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी कांग्रेस के रास्ते पर चल रही है. क्योंकि कांग्रेस का भी इतिहास ऐसा ही है. जब भी किसी को डराना होता था, वे इन्हीं संस्थाओं का इस्तेमाल करते थे.
मनोज चतुर्वेदी/बलिया: अखिलेश यादव के करीबियों पर आयकर विभाग की छापेमारी से सपा प्रवक़्ता जूही सिंह भी नाराज हैं. उन्होंने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि सपा न आयकर विभाग से डरती है न किसी अन्य एजेंसी से. सपा के छोटे-बड़े कार्यकर्ताओं के खिलाफ मुकदमे लिखे जा रहे हैं. उन्हें जेल में डाला जा रहा है. केंद्र के ऐसे कदमों पर सवाल खड़ा होने लगा है. ऐसे प्रयोग उन्होंने बंगाल में भी किए थे.
जूही सिंह का कहना है कि अखिलेश यादव को मिल रहे अपार जनसमर्थन से डर कर बीजेपी बदले की कार्रवाई कर रही है. सपा इसका जवाब लोकतांत्रिक तरीके से ईवीएम पर देगी. मुख्यमंत्री थोड़ा सावधान रहें.