आज प्रदोष पर इन शुभ मुहूर्त में करें शुभ कार्य, जरूर होंगे सफल
आज सोमवार के दिन चैत्र शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि है. आज शंकर भगवान को प्रसन्न करने के लिए आप सोम प्रदोष व्रत और सोमवार का व्रत रख रख सकते हैं. शिव भक्तों के लिए सोम प्रदोष व्रत बेहद महत्वपूर्ण होता है. यह चैत्र माह के शुक्ल पक्ष में पड़ने वाला प्रदोष व्रत है. इस महीने का यह प्रथम प्रदोष व्रत है. शिव जी में सच्ची आस्था, श्रद्धा भाव रखने वाले लोग इस दिन शंकर जी की पूजा करते हैं और व्रत रखते हैं. मान्यता है कि सोम प्रदोष व्रत नियम अनुसार और पूरी श्रद्धा भाव से किया जाए तो भोलेनाथ प्रसन्न होकर अपना आशीर्वाद सदा भक्तों पर बनाए रखते हैं. बता दें कि यह पूजा शाम के समय की जाती है. इसका शुभ मुहूर्त आप विशेषज्ञ से जानकर ही पूजा-पाठ की शुरुआत करें.
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, सनातन धर्म में प्रदोष व्रत का काफी अधिक महत्व होता है. सोम प्रदोष व्रत की पूजा करने के लिए स्नान करके साफ वस्त्र धारण कर लें. पूजा स्थल की साफ-सफाई करके शंकर जी, पार्वती जी की मूर्ति रखें. फूल, बेलपत्र, अक्षत, भांग, गंगाजल आदि अर्पित करें. दीपक, धूप जलाएं. मन में शिव जी के मंत्रों का जाप भी करते रहें. भोग चढ़ाएं. आरती करें. यदि आपकी कुंडली में चंद्र दोष है, तो सच्ची निष्ठा भाव से सोम प्रदोष व्रत करने से चंद्रमा की स्थिति कुंडली में मजबूत होती है. वैवाहिक जीवन में यदि समस्याएं चल रही हैं तो भी इस व्रत को करने से लाभ होता है. आर्थिक स्थिति भी मजबूत होती है. निसंतान दंपत्ति को संतान का सुख प्राप्त होता है.
3 अप्रैल 2023 का पंचांग
आज की तिथि – चैत्र शुक्ल द्वादशी
आज का करण – बलव
आज का नक्षत्र – मघा
आज का योग – गंड
आज का पक्ष – शुक्ल
आज का वार – सोमवार
आज का दिशाशूल –पूर्व
सूर्योदय-सूर्यास्त और चंद्रोदय-चंद्रास्त का समय
सूर्योदय – 06:30:00 AM
सूर्यास्त – 06:55:00 PM
चन्द्रोदय – 16:11:00
चन्द्रास्त – 29:12:59
चन्द्र राशि– सिंह
हिन्दू मास एवं वर्ष
शक सम्वत – 1945 शुभकृत
विक्रम सम्वत – 2080
दिन काल – 12:30:19
मास अमांत – चैत्र
मास पूर्णिमांत – चैत्र
शुभ समय – 11:59:47 से 12:49:48 तक
अशुभ समय (अशुभ मुहूर्त)
दुष्टमुहूर्त– 12:49:48 से 13:39:49 तक
कुलिक– 15:19:52 से 16:09:53 तक
कंटक– 08:39:41 से 09:29:43 तक
राहु काल– 08:03 to 09:36
कालवेला/अर्द्धयाम– 10:19:44 से 11:09:45 तक
यमघण्ट– 11:59:47 से 12:49:48 तक
यमगण्ड– 10:51:00 से 12:24:48 तक
गुलिक काल– 14:16 to 15:49