अविश्वास प्रस्ताव से पहले इमरान ने विपक्ष को धमकाया, पाकिस्तानी प्रधानमंत्री बोले- परिणाम भुगतने को रहें तैयार
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने शुक्रवार को खैबर पख्तूनख्वा के लोअर दीर जिले में एक जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान वह तीनों विपक्षी दलों के अध्यक्षों पर बरसे। बता दें कि पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के अध्यक्ष शहबाज शरीफ, पाकिस्तान पीपल्स पार्टी (पीपीपी) के सह अध्यक्ष आसिफ अली जरदारी और जमीयत उलेमा-ए-फज्ल (जेयूआई-एफ) के प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान ने इमरान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव दाखिल करने के लिए हाथ मिलाया है। पाकिस्तानी पासपोर्ट की घटती अहमियत के लिए भी उन्होंने विपक्ष को जिम्मेदार ठहराया।
खान ने इन नेताओं को तीन मसखरे करार देते हुए कहा कि बीते समय में ये पाकिस्तान के राष्ट्रीय हितों के खिलाफ गए थे। उन्होंने कहा कि मैं प्रार्थना कर रहा था कि ये लोग मेरे खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश करने की अपनी योजना के साथ आगे बढ़ें। ताकि, मुझे एक गेंद पर तीन विकेट लेने का मौका मिल सके। खान ने कहा, ‘मेरा मुकाबला तीन डकैतों के खिलाफ है और मैं एक इनस्विंग यॉर्कर से तीनों विकेट गिराऊंगा।’ उन्होंने विपक्ष पर राष्ट्रीय सुलह अध्यादेश की मांग करने का आरोप भी लगाया।
‘जान भी चली जाए तो भी भ्रष्टाचार के मामले बंद नहीं करूंगा’
इमरान खान ने आगे कहा, ‘ये मुझसे कहते हैं कि अगर मैंने इनके खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले बंद नहीं किए तो ये मेरी सरकार गिरा देंगे। लेकिन मैं इनसे कहता हूं कि अगर मुझे अपनी जान भी देनी पड़े तो भी मैं ये मामले बंद नहीं करूंगा। मैं आपके खिलाफ राजनीति नहीं कर रहा हूं, मैं जिहाद के लिए लड़ रहा हूं।’ प्रधानमंत्री ने यह आरोप भी लगाया कि विपक्ष ने मेरे खिलाफ प्रस्ताव लाने के लिए मेरी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी के एक सांसद से वोट खरीदने की कोशिश की थी।
‘मैच जीतने के बाद आप देखेंगे कि मैं इनके साथ क्या करूंगा’
उन्होंने कहा कि मैंने लोगों से कहा है कि वह अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान से एक दिन पहले इस्लामाबाद के डी-चौक पर एकत्रित हों। उस दिव ये लोग डी-चौक पर लोगों का एक समुद्र होगा। इमरान खान ने कहा कि इंसान ही पक्ष लेते हैं फिर चाहे वह बुरा हो या अच्छा, केवल जानवर तटस्थ रहते हैं। बता दें कि इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान के लिए सत्र की तिथि अभी नियत नहीं की गई है। इसके साथ ही प्रधानमंत्री इमरान खान ने प्रस्ताव पर मतदान को संसद में एक मैच बताया। उन्होंने कहा कि यह मैच जीतने के बाद आप देखेंगे कि मैं इन लोगों के साथ क्या करूंगा