LGBTQ+ समर्थक फिल्म होने के कारण अस्थायी रूप से बैन हुई फिल्म बार्बी, ईरान ने लगाया स्थायी प्रतिबंध
बार्बी का लोगों को लंबे समय से इंतजार था। दुनिया भर के सिनेमाघरों में यह फिल्म राज तो कर रही है, लेकिन इसके साथ विवाद भी जुड़ गया है। कंटेंट की वजह से फिल्म को कई देशों में प्रतिबंध का सामना करना पड़ रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हाल ही पाकिस्तान के इस्लामाबाद में इस पर प्रतिबंध लगाने पर विचार किया गया है। इसके पीछे की वजह LGBTQ+ विषय को बताया जा रहा है। वहीं, कई चरमपंथियों द्वारा इसका विरोध करने के कारण, पाकिस्तान के पंजाब सेंसर बोर्ड ने आपत्तिजनक कंटेंट का हवाला देते हुए फिल्म पर अस्थायी प्रतिबंध लगा दिया है। डेली पाकिस्तान के अनुसार, फिल्म कुछ सीन को हटाए जाने के बाद प्रतिबंध हटा दिया जाएगा।a
फिलहाल पंजाब सेंसर बोर्ड के अधिकारी फिल्म की समीक्षा कर रहे हैं और बाद में फिल्म की एक समीक्षा की गई प्रति जारी करेंगे। इसके बाद ही यह फिल्म सिनेमाघरों में प्रदर्शित हो सकेगी। इस प्रक्रिया को पूरा होने में कुछ दिन लग सकते हैं।
हालांकि, पाकिस्तान ऐसा पहला मुस्लिम देश नहीं है जिसने एलजीबीटीक्यू कंटेंट वाली फिल्म पर प्रतिबंध लगाया है। यूएई, मिस्र, कतर, ईरान, सऊदी अरब जैसे अन्य इस्लामिक देश भी ऐस कंटेंट वाली फिल्मों पर बैन लगा देते हैं। दरअसल, अधिकांश इस्लामी राष्ट्र एलजीबीटीक्यू समर्थक कंटेंट को बहुत उत्साह से नहीं देखते हैं, न ही वे इसे बहुत सकारात्मक रूप से लेते हैं।
जहां बाकी देशों ने इस पर सिर्फ अस्थायी प्रतिबंध लगाया है, वहीं ईरान ने इस पर स्थायी प्रतिबंध लगाया है। इस्लामिक देशों के अलावा रूस, वियतनाम और फिलीपींस जैसे देशों ने भी फिल्म पर प्रतिबंध लगा दिया है।
बता दें कि निर्देशक ग्रेटा गेरविग निर्देशित इस फिल्म में मार्गोट रॉबी और रयान गोसलिंग जैसे सितारों ने काम किया है। यह फिल्म विदेश समेत भारत के सिनेमाघरों में अच्छा प्रदर्शन कर रही है। फिल्म की टक्कर क्रिस्टोफर नोलन की फिल्म ओपेनहाइमर से है। अब यह देखना दिलचस्प रहेगा कि बॉक्स ऑफिस पर बाजी कौन मारता है।