अंतर्राष्ट्रीय

पाकिस्तान में चक्रवात ‘बिपारजॉय’ तबाही का खतरा बढ़ा, सरकार ने मदद के लिए बुलाई आर्मी और नौसेना

अरब सागर में उठा चक्रवाती तूफान बिपरजॉय तेजी से पाकिस्तान के कराची की ओर बढ़ रहा है. यह 15 जून को गुजरात के कच्छ और पाकिस्तान के कराची में तट से टकराएगा. बिपरजॉय की भयावहता को देखते हुए पाकिस्तान के सिंध प्रांत में निचले इलाकों से 1 लाख लोगों के रेस्क्यू के लिए सेना को तैनात किया गया है.

पाकिस्तान मौसम विभाग के मुताबिक, बिपरजॉय अत्यधिक गंभीर चक्रवाती तूफान से गंभीर चक्रवाती तूफान में बदल गया है. यह कराची से अभी 410 किलोमीटर दूर है. चक्रवात बिपरजॉय एक बंगाली शब्द है. इसका अर्थ होता है, आपदा. 15 जून को बिपरजॉय के कराची के साथ सिंध के तटीय क्षेत्रों से भी टकराने की संभावना है. हालांकि, 17-18 जून तक इसकी तीव्रता कम हो जाएगी. ऐसे में पाकिस्तान के लिए ये 72 घंटे अहम माने जा रहे हैं.

मौसम विभाग के मुताबिक, बिपरजॉय के दौरान 140-150 किमी/घंटा की स्पीड से हवा चलने की संभावना है. इसके अलावा केंद्र के पास 170 किमी/घंटा की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं. इतना ही नहीं समुद्र में 30 फीट की ऊंची लहरों के उठने की भी संभावना है.

अलर्ट पर सिंध सरकार

पाकिस्तान के सिंध प्रांत में बिपरजॉय से सबसे ज्यादा नुकसान की आशंका है. सिंध के मुख्यमंत्री सैयद मुराद अली शाह ने बताया कि इमरजेंसी घोषित कर दी गई है और सेना और नौसेना को 80,000 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने में मदद करने के लिए कहा गया है.

शाह ने बताया कि थट्टा, केटी बंदर, सुजावल, बादिन, थारपारकर और उमेरकोट जिलों के निचले क्षेत्रों से लोगों को निकाला जा रहा है. यहां चक्रवात बिपरजॉय का सबसे अधिक असर पड़ सकता है. उन्होंने बताया कि लोगों को सरकारी स्कूलों, दफ्तरों और अन्य शेल्टर्स में भेजने के लिए सेना और नौसेना की मदद ली जा रही है. राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) के अध्यक्ष लेफ्टिनेंट जनरल इनाम हैदर मलिक ने बताया कि 1 लाख लोगों को बुधवार शाम तक सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है.

जलवायु परिवर्तन मंत्री शेरी रहमान ने कहा कि तूफान बलूचिस्तान की ओर बढ़ रहा है. चक्रवात केटी बंदर से टकराएगा, हालांकि NDMA लगातार स्थिति पर नजर रखे हुए है. उन्होंने लोगों को भरोसा दिलाया कि सरकार नागरिकों की सुरक्षा के लिए सभी जरूरी कदम उठा रही है और स्थिति पर नजर बनाए हुए है.  केटी बंदर तटीय क्षेत्र के पास भूस्खलन होने की भी आशंका है.

43 रिलीफ कैंप बनाए गए

शेरी रहमान ने बताया कि बलूचिस्तान में 43 कैंप बनाए गए हैं. अभी तक 40,000 लोगों को निकाला गया है. पाकिस्तान के सबसे बड़े शहर कराची में समुद्र तट के पास और उसके आसपास रहने वाले लोगों को अपना घर खाली करने के लिए कहा गया है. पाकिस्तानी मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि बिपरजॉय सिंध और बलूचिस्तान के तटीय इलाकों में तबाही मचा सकता है. कराची में चक्रवात बिपरजॉय का असर दिखने लगा है, यहां तेज हवाएं चल रही हैं.

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