आज की पोस्ट में पल्लवी की कहानी. Pallavi Gupta की पहचान
आज एक सफल महिला के तौर पर है. पल्लवी के पति Mayank Gupta मयंक भी बेहद सक्सेसफुल बिजनेसमैन हैं. गाजियाबाद ही नहीं पूरे दिल्ली एनसीआर और वेस्ट यूपी में नाम है. पल्लवी चाहती तो आराम वाली जिंदगी गुजार सकती थी. लेकिन उसने संघर्ष को चुना. पढ़ाई नहीं छोड़ी. एक के बाद एक डिग्री, एक के बाद एक कोर्स, फिर पीएचडी. यानी पल्लवी बन गई डॉक्टर पल्लवी. इसके बाद माइक्रोबायोलॉजी पर रिसर्च. तमाम और भी पढ़ाई… पल्लवी ये सब कर पाई तो इसके पीछे मयंक का भी हाथ रहा. उन्होंने भी पल्लवी को पढ़ाने और आगे बढ़ाने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी.
पल्लवी पेज-3 वाले लोगों की तरह नहीं जो मदद की तस्वीरें सोशल मीडिया पर पोस्ट करे. वो अक्सर गरीबों की बढ़-चढ़ कर मदद करती है. गरीब बस्तियों में जाकर कपड़े-किताबें, दवाइयां, खाना आदि बांटती है. महिलाओं के मुद्दों पर सजग है. महिलाओं की बीमारियों से जुड़ी कोई रिसर्च भी कर रही है. इतना बिजी शेड्यूल होने के बाद भी कुछ नया, कुछ बेहतर करने का जुनून है. बिजनेस का जुनून है. अब उसने महिलाओं के लिए एक शानदार फैशन हाउस भी खोल डाला है. महिलाओं के बड़े बड़े ब्रैंड वाले उत्पाद, एक ही छत के नीचे.
आज देश को जरूरत है पल्लवी जैसी महिलाओं की. आधी आबादी आगे बढ़ेगी, तभी तो भारत की तरक्की होगी. तभी तो चीन से होड़ होगी. अब जब हम दुनिया की सबसे बड़ी आबादी बनने वाले हैं तब केवल नौकरियां देश के युवाओं का पेट नहीं भर पाएंगी. इसके लिए जरूरत होगी बिजनेस करने वालों की, स्टार्टअप खोलने वालों की, जरूरत होगी महिलाओं की भागीदारी की, जरूरत होगी नए आइडियाज की. जरूरत होगी मयंक और पल्लवी जैसे लोगों की. जो अपनी तरक्की के साथ देश की तरक्की में हाथ बंटाएं.