ग्रेटर नोएडादिल्ली/एनसीआर

दो प्रोजेक्टों के 924 और फ्लैट खरीदारों को जल्द मिल सकेगा मालिकाना हक

-दो दिन में पांच प्रोजेक्टों के 2063 फ्लैटों की रजिस्ट्री के लिए मिली अनुमति
-सोमवार को भी 1139 फ्लैटों की रजिस्ट्री के लिए प्राधिकरण ने अनुमति दी थी
-सीईओ एनजी रवि कुमार और ओएसडी सौम्य श्रीवास्तव ने सौंपे अनुमति पत्र

ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा वेस्ट के दो और बिल्डर प्रोजेक्टों एनटाइसमेंट तथा ऐस स्टार सिटी के कुल 924 फ्लैट खरीदारों का खुद के आशियाने का सपना जल्द पूरा हो सकेगा। अब उनको मालिकाना हक मिल जाएगा। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने इन फ्लैटों की रजिस्ट्री के लिए बिल्डर को अनुमति दे दी है। इससे पहले सोमवार को भी 1139 फ्लैटों की रजिस्ट्री के लिए प्राधिकरण ने अनुमति दे दी थी। इस तरह प्राधिकरण विगत दो दिनों में पांच प्रोजेक्टों के 2063 फ्लैटों की रजिस्ट्री के लिए अनुमति दे चुका है।

ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार ने निर्देश दिए हैं कि फ्लैट खरीदारों के नाम तेजी से रजिस्ट्री कराई जाए, ताकि उनको अपने फ्लैट का मालिकाना हक मिल सके। बिल्डर जैसे ही बकाया धनराषि जमा कर रहे हैं, उनको प्राधिकरण की तरफ से ऑक्यूपेंसी सर्टिफिकेट तत्काल जारी कर रजिस्ट्री की परमिषन दी जा रही है। प्राधिकरण ने सोमवार को ग्रेटर नोएडा वेस्ट के तीन बिल्डरों समृद्धि, कोको काउंटी और प्रॉसपर को ऑक्यूपेंसी सर्टिफिकेट जारी कर 1139 फ्लैटों के रजिस्ट्री की परमिषन दे दी थी। आज (मंगलवार) को भी दो अन्य बिल्डर परियोजनाओं एनटाइसमेंट तथा ऐस स्टार सिटी के 924 फ्लैटों की रजिस्ट्री के लिए अनुमति दी है। एनटाइसमेंट प्रोजेक्ट के 285 और ऐस स्टार सिटी के 639 फ्लैटों की रजिस्ट्री की अनुमति दी गई है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार और ओएसडी सौम्य श्रीवास्तव ने मंगलवार को बिल्डर प्रतिनिधियों को फ्लैटों की रजिस्ट्री के लिए अनुमति पत्र सौंपे। सीईओ ने दोनों बिल्डर प्रतिनिधियों से खरीदारों के नाम रजिस्ट्री शीघ्र शुरू करने के निर्देश दिए हैं। प्राधिकरण के ओएसडी सौम्य श्रीवास्तव ने बताया कि दो दिन में पांच बिल्डर परियोजनाओं के 2063 फ्लैटों की रजिस्ट्री की अनुमति दी गई है। इनमें से समृद्धि के 216, कोको काउंटी के 571, प्रॉसपर के 352 फ्लैट, एनटाइसमेंट के 285 और ऐस स्टार सिटी के 639 फ्लैट षामिल हैं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
Verified by MonsterInsights