बलिया में 4 दिनों में 57 लोगों की मौत से हड़कंप, सीएमएस का ट्रांसफर
बलिया :जिले में अचानक से मौत के आंकड़ों में इजाफा हो गया है. आलम ये है कि तीन दिन में ही 54 लोगों की मौत हो चुकी है. लोग मौत के पीछे के कारणों को लेकर तरह-तरह की बातें कह रहे हैं. डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने भी इस मामले पर संज्ञान लिया है. रविवार को मौतों के पीछे का राज जानने के लिए स्वास्थ्य महकमे की ओर से गठित विशेषज्ञों की टीम लखनऊ से बलिया पहुंची. यह दल सिलसिलेवार जांच करेगा. इलाज व लक्षणों का आकलन भी किया जाएगा.
जिला अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एसके यादव ने मीडिया को बताया कि जिला अस्पताल में 15 जून को 154 रोगी भर्ती हुए थे. इसमें 23 रोगियों की विभिन्न कारणों से मौत हो गई. 16 जून को 137 मरीज भर्ती किए गए थे. इसमें 20 लोगों की मौत हो गई. इसी तरह 17 जून को भी अज्ञात कारणों से 11 मरीजों की मौत हो गई. इस तरह से तीन दिन में ही मौत का आंकड़ा 54 तक पहुंच गया है. प्रभारी चिकित्सा अधीक्षक ने स्वीकार किया कि बलिया में रूटीन से ज्यादा लोगों की मौत हो रही है. उन्होंने बताया कि मरने वालों में 60 साल की उम्र के ज्यादातर लोग हैं.
टीम जांच के लिए पहुंच चुकी है.बलिया जिला अस्पताल पहुंचे आजमगढ़ मंडल के अपर निदेशक स्वास्थ्य ओपी तिवारी ने बताया कि टीम जांच करेगी कि मौत का क्या कारण हो सकता है. हो सकता है कि कोई ऐसी बीमारी हो जो पकड़ में न आ रही हो. उन्होंने बताया कि गर्मी व जाड़े में मधुमेह, श्वास व रक्त चाप के रोगियों की मृत्यु दर बढ़ जाती है. इस समय तापमान बढ़ गया है. हो सकता है इसके कारण पहले से बीमार लोगों की बीमारी बढ़ जा रही हो, इससे उनकी मौत हो जा रही हो. बता दें कि कल जिले के स्वास्थ्य महकमे ने गर्मी के कारण मौत का आंकड़ा बढ़ने की बात कही थी.
बलिया के जिला अधिकारी रविंद्र कुमार ने बताया कि स्थिति पर नजर रखी जा रही है. मुख्य चिकित्सा अधिकारी से इस पर विस्तार से चर्चा हो चुकी है. शासन ने दो निदेशक स्तर के अधिकारी जांच के लिए भेजे हैं. टीम जांच कर पूरा विवरण उपलब्ध कराएगी. फिलहाल हीटवेव से मौत होने के कोई पुख्ता प्रमाण नहीं मिले हैं.