अमेरिका में आने वाली है साल 1990 जैसी मंदी, रेटिंग एजेंसी Fitch ने दी चेतावनी
बेंगलुरु। रेटिंग एजेंसी फिच ने 2022 और 2023 के लिए अमेरिका की आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान में कटौती की है। एजेंसी ने मंगलवार को कहा कि केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व की ओर से ब्याज में वृद्धि और महंगाई अमेरिका को 1990 जैसी मंदी की ओर धकेल रहे हैं। फिच के अर्थशास्त्रियों ने अनुमान जताया है कि अगले वर्ष अमेरिकी अर्थव्यवस्था में केवल 0.5 प्रतिशत की वृद्धि रहेगी।
जून में 1.5 प्रतिशत की वृद्धि रहने का था अनुमान
इससे पहले जून में 1.5 प्रतिशत की वृद्धि रहने का अनुमान जताया गया था। एजेंसी के अर्थशास्त्रियों का अनुमान है कि अमेरिका में मंदी की आशंका कम है लेकिन बेरोजगारी दर मौजूदा 3.5 प्रतिशत से बढ़कर 2024 में 5.2 प्रतिशत तक पहुंच जाएगी। इसका मतलब यह है कि लाखों नौकरियों का नुकसान होगा। हालांकि, संख्या बीती दो मंदी के मुकाबले कम रहेगी।
महंगाई के कारण उपभोक्ता खर्च में आएगी कमी
फिच का मानना है कि महंगाई के कारण अगले वर्ष परिवारों की आय और उपभोक्ता खर्च में कमी आएगी, जो 2023 की दूसरी तिमाही में गिरावट के लिए जिम्मेदार होगी। अमेरिका में सितंबर में उपभोक्ता मूल्य में अनुमान से ज्यादा वृद्धि रही है, जिससे महंगाई का दबाव जारी है। इससे यह संकेत भी मिलता है कि फेडरल रिजर्व अगले महीने भी ब्याज दर में 75 आधार अंकों की वृद्धि कर सकता है। सप्लाई चेन में सुधार और तेल की कीमतों में नरमी के बावजूद अमेरिका में महंगाई फेडरल रिजर्व के लक्ष्य से दो प्रतिशत ऊपर बनी हुई है।
माइक्रोसाफ्ट ने 1,000 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला
इधर, अमेरिका की दिग्गज टेक कंपनी माइक्रोसाफ्ट ने करीब 1,000 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है। इसमें विभिन्न विभागों में कार्यरत कर्मचारी शामिल हैं। हालांकि, कंपनी ने नौकरी से निकाले गए कर्मचारियों की वास्तविक संख्या की जानकारी देने से इनकार किया है। माइक्रोसाफ्ट ने कहा है कि अन्य कंपनियों की तरह हम भी अपनी कारोबारी प्राथमिकताओं का नियमित रूप से मूल्यांकन करते हैं। इसी के आधार पर संरचनात्मक बदलाव किए जाते हैं। कंपनी ने कहा कि हम अपने कारोबार में निवेश जारी रखेंगे और आने वाले वर्षों में प्रमुख क्षेत्रों में नियुक्तियां करेंगे।