बैंकों में खाते खुलवाकर ट्रांजेक्शन करने के मामले में काकादेव पुलिस ने आरोपी हर्ष कटियार पर गुरुवार को मुकदमा दर्ज कर लिया। केस की विवेचना क्राइम ब्रांच करेगी। आरोपी की तलाश में टीमें गठित की गई हैं। शुरुआती जांच में जो तथ्य सामने आए हैं, उससे आशंका है कि हर्ष ने बड़े पैमाने पर साइबर ठगी को अंजाम दिया है।
ठगी की रकम वह इन्हीं खातों में भेजता था। एटीएम से रकम निकाल लेता था। बाकी तथ्य उसके पकड़े जाने के बाद सामने आएंगे। तीन दिन पहले पुलिस कमिश्नर से आधा दर्जन लोगों ने शिकायत कर आरोप लगाया था कि शास्त्रीनगर निवासी हर्ष कटियार नाम के शख्स ने करीब डेढ़ सौ लोगों के बैंक खाते खुलवाए थे। कुछ दिन बाद वह खातों के एटीएम कार्ड लेकर चला गया था। पिछले सप्ताह बैंक ने संपर्क किया कि इन खातों से करोड़ों रुपये का संदिग्ध लेनदेन किया गया।
पुलिस कमिश्नर के निर्देश पर पुलिस ने जांच की, जिसके बाद हर्ष पर धोखाधड़ी, जालसाजी समेत अन्य गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। हर्ष पुलिस की गिरफ्त से दूर है। सीपी ने बताया कि आरोपी की तलाश में क्राइम ब्रांच को भी लगाया गया है। जल्द उसकी गिरफ्तारी की जाएगी।
इसलिए फ्रॉड करने की आशंका
जो तथ्य जांच में सामने आया कि हर्ष ने फेक आईडी पर लिए गए मोबाइल नंबरों को खातों से अटैच किया था। एटीएम भी उसी के पास थे। उसने लोगों को अपने जाल में फंसाया और रकम इन्हीं खातों में ट्रांसफर की। एक-एक खाते में दस-दस लाख या इससे अधिक की भी रकम जमा कर निकाली गई। इसलिए बैंकों ने इन खातों को संदिग्ध माना और खाताधारकों से संपर्क किया।
परिचितों से पूछताछ, सभी नंबर बंद
हर्ष के सभी मोबाइल नंबर बंद हैं। जांच में सामने आया कि वह काफी समय से शहर से बाहर है। बहुत कम शहर आता था। अब उसके सभी मोबाइल नंबर बंद हैं। पुलिस ने उसके परिजनों व परिचितों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की है। उधर, क्राइम ब्रांच ने बैंक से इन खातों का विवरण मांगा है।