लाइफस्टाइलस्वास्थ्य

चिलचिलाती धूप में भी यूं रख सकते हैं अपने दिल का ख़्याल

नई दिल्ली। जैसे-जैसे तापमान बढ़ना शुरू होता है, वैसे ही हमारे शरीर के काम करने का तरीका भी बदल जाता है। दिल को भी काफी मेहमत करनी पड़ती है और ब्लड को तेज़ी से पम्प करना पड़ता है, ताकि शरीर अपने तापमान को सही तरीके से बनाए रखे। अगर शरीर खुद को ठंडा नहीं रख पाई, तो व्यक्ति को हीट स्ट्रोक हो सकता है।

इस मौसम में क्योंकि हृदय को अधिक मेहनत करनी पड़ती है, तो ऐसे में जिन लोगों को पहले से दिल की बीमारी है, उनमें दिल के दौरे और स्ट्रोक का ज़बरदस्त ख़तरा होता है।

दिल के मरीज़ों को गर्मियों में इन बातों का ख्याल रखना चाहिए

पानी खूब पिएं

कई दिल के मरीज़ों को पानी की मात्रा कम रखने की सलाह दी जाती है, लेकिन, गर्मियों में पानी ज़्यादा पीना ही फायदेमंद होता है, क्योंकि इससे शरीर को अपना तापमान बनाए रखने में मदद मिलती है। यह शरीर में पानी की कमी नहीं होने देता और बाकी अंगों को भी काम करने में मदद मिलती है। पर्याप्त पानी पीने से दिल की धड़कन नियंत्रित होती है और शरीर से विषाक्त पदार्थ बाहर निकल जाते हैं।

संतुलित आहार लें

कोशिश करें कि आपकी डाइट में सभी तरह के पोषक तत्व शामिल हों। ताज़ा फल, सब्ज़ी, अनाज, दालें और फलियां खाएं। जंक, फ्राइड, ऑयली फूड्स से दूर रहें।

एक्सरसाइज़ ज़रूरत से ज़्यादा न करें

गर्मी के मौसम में, शरीर का तापमान ज़्यादा ही रहता है और दिल को ज़्यादा मेहनत भी करनी पड़ती है। अगर आप ज़्यादा वर्कआउट करेंगे, तो आपके दिल को तेज़ी से खून को पम्प करना पड़ेगा। बेहतर है कि वर्कआउट घर के अंदर या फिर जिम में किया जाए और खासतौर पर सुबह 10 से शाम 4 बजे तक के वक्त को अवॉइड करना चाहिए, क्योंकि इस समय सबसे ज़्यादा गर्मी होती है।

कैफीन और शराब से दूर रहें

कैफीन और शरीब, शरीर में पानी की कमी करते हैं। जो लोग दिल के मरीज़ हैं, उनके लिए पानी की कमी होना ख़तरनाक हो सकता है। गर्मी में सभी को पानी की अच्छी मात्रा पीनी चाहिए, ताकि शरीर को सही तापमान बनाए रखने में मदद मिले। कॉफी, चाय, शराब पानी की कमी का कारण बनते हैं। इसकी जगह ताज़ा जूस, नारियल पानी, छाछ जैसी चीज़ों का सेवन करें।

डॉक्टर से संपर्क में रहें

दिल के मरीज़ों को वैसे भी समय-समय पर चेक-अप कराते रहना चाहिए। खासतौर पर गर्मी के मौसम में क्योंकि दिल पर अतिरिक्त प्रेशर बना रहता है, इसलिए चेकअप और भी ज़रूरी हो जाता है।

Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।

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