यमुना नदी हमारे राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र की एकमात्र नदी है और इसकी सफाई के लिए सभी नागरिकों को सामने आना होगा।
यमुना नदी हमारे राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र की एकमात्र नदी है और इसकी सफाई के लिए सभी नागरिकों को सामने आना होगा। वाईएसएस समूह द्वारा यमुना को निर्मल करने की दिशा में सार्थक प्रयास करते है। राष्ट्र सेविका समिति की नोएडा महानगर सेवा प्रमुख श्रीमति रेखा चौहान ने सभी कार्यकर्ताओं को ऐसे अभियानों के लिए विशेष धन्यवाद दिया और कहा कि ऐसे लोग ही हमारे देश की नींव है। वाईएसएस फाउंडेशन, भारत विकास परिषद एवं युग धारा फाउंडेशन के संयुक्त प्रयास से आज यमुना घाट कालिंदी कुंज की सफाई का सामूहिक आगाज हुआ। जिसमें आज सभी सदस्यों ने वहां फैले हुए मलबे, मूर्तियां, प्लास्टिक, बोतलें, पूजा का सामान, जलकुंभी, आदि चीजों को हटाकर उस जगह को स्वच्छ बनाने का एक छोटा सा प्रयास किया। युगधारा फाउंडेशन से श्वेता त्यागी ने बताया कि “बरसात से पहले प्लास्टिक तथा आसपास फैले हुए कचरे को घाट पर से हटा दे तो भूमि में उर्वरक क्षमता बनी रहेगी तथा साथ ही वह पानी के साथ आगे ना बहेगा और गंदगी के ढेर को कम करने में भी मदद मिलेगी।” युगधारा फाउंडेशन के संस्थापक अरुण कुमार ने बताया कि यमुना की सफाई के लिये भारत सरकार ने यमुना कार्य योजना की शुरुआत की है, इस योजना के तहत नदी के मूल चरित्र को बरकरार रखने की एक कोशिश है। टीम के सदस्यों ने वहां पर इकट्ठा हुआ कूड़े के ढेर को कचरे वाली गाड़ी में डलवा कर उस जगह को साफ कराया। यमुना घाट पर इधर-उधर पडे पत्थरों को उठाकर उसी रास्ते के दोनों तरफ लगा कर एक नया उदाहरण प्रस्तुत किया। वाईएसएस फाउंडेशन से दुर्गा प्रसाद दुबे ने समझाया कि “पर्यावरण सुरक्षा सब की जिम्मेवारी है जब तक हर घर से कोई व्यक्ति नहीं जुड़ेगा, तब तक पर्यावरण का बचाव करना बहुत मुश्किल है।” आज के कार्यक्रम में सहयोग करने वाले सदस्य नमामि गंगे नजीब, सचिन गुप्ता, डॉ अब्बास, आकाश प्रजापति, पूजा चौधरी, विवेक यादव, अर्पित अग्निहोत्री, देव त्यागी, दिनेश कुमार, किरण मिश्रा, दीपक मिश्रा, प्रशांत यादव, पंकज मिश्रा, वैष्णवी मिश्रा, रामवीर सिंह, अनिल शर्मा एवं रघुवीर यादव आदि लोग मुख्य रूप से सम्मिलित रहे।