क्या आमात्रा होम्स के निवेशकों को मिल पायेगा अपने सपनों का आशियाना
अभी आम्रपाली ग्रुप पर माननीय उच्चतम न्यायालय ने कड़ा रुख अख्तियार किया ही है। उसके पीछे आमात्रा होम्स नाम का प्रोजेक्ट बनाने वाली कंपनी नंदी इंफ्राटेक लिमिटेड भी निवेशकों के सपने चकनाचूर करने की ओर कदम बढ़ा रही है।
कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां News India9 के हाथ लगी हैं, विश्लेषण किया गया तो इस प्रोजेक्ट की भयावह स्थिति सामने आई। जानिए अमात्रा होमस से संबंधित कुछ खास बातें।
नोएडा एक्सटेंशन का यह प्लॉट नंबर GH-2C सेक्टर 10 ग्रेटर नोएडा वेस्ट, वर्ष 2011 में वर्तमान सरकार में मंत्री नंद गोपाल नंदी की कंपनी नंदी इंफ्राटेक लिमिटेड को ग्रुप हाउसिंग बनाने के लिए आवंटित हुआ। जिसका क्षेत्रफल 20300 वर्ग मीटर है। इस कंपनी में एकमात्र यही संपत्ति थी। यह कंपनी ट्रांसफर कर दी गई और महेंद्र बंसल, रेखा बंसल व राजेश चोपड़ा इसके डायरेक्टर बन गए। निर्माण करने का ठेका दिया गया मैसर्स आर० के० बरारिया कंपनी को।
नंदी इंफ्राटेक लिमिटेड ने निवेशकों से पैसा इकट्ठा कर लिया परंतु वह पैसा गया कहां यह रहस्य बना हुआ है। निर्माण करने वाली कंपनी का 10 करोड़ बकाया है, जिसके लिए कंपनी माननीय न्यायालय की शरण में गई। माननीय न्यायालय ने प्रोजेक्ट के 2 टावरों की बिक्री पर रोक लगा दी।
सूत्रों की मानें तो जितनी रकम में यह भूमि आवंटित हुई थी, उससे कहीं बड़ी रकम आवंटी कंपनी को अभी भी विकास प्राधिकरण को देनी है। नंदी इंफ्राटेक ने निवेशकों से पैसा इकट्ठा किया निर्माण करने वाली कंपनी व अथॉरिटी दोनों के पैसे बकाया हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार बिल्डर ने निवेशकों को 2017 में कब्जा दे देना था। परंतु निवेशक रेरा में गए और रेरा ने बिल्डर को 2019 नवंबर में कब्जा देने की मोहलत दी। परंतु प्रोजेक्ट को देखकर लगता है कि बचे 3 माह में कार्य पूर्ण होना संभव नहीं है। निवेशक के पैसे को बिल्डर ने न जाने कहां गायब कर दिया परेशान है तो बस रोज हाड़ तोड़ मेहनत करने वाला निवेशक।