उत्तर कोरिया की 7 दिनों में 4 मिसाइल टेस्ट के आखिर क्या हैं मायनें, किसकी तरह है इसका संकेत
तोक्यो: उत्तर कोरिया ने संदिग्ध बैलेस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया है। उत्तर कोरिया लगातार मिसाइल परीक्षण से तनाव पैदा कर रहा है। जापान के रक्षा मंत्रालय ने शनिवार को यह जानकारी दी। एक ही हफ्ते में ये चौथा मिसाइल टेस्ट है। मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि मिसाइल परीक्षण के संबंध में और जानकारी जुटायी जा रही है। जापान के एनएचके राष्ट्रीय टेलीविजन की खबर के अनुसार, ऐसा माना जा रहा है कि उत्तर कोरिया से दागी गयी कई मिसाइलें जापान सागर और जापान के विशेष आर्थिक क्षेत्र के बाहर गिरीं।
ये मिसाइल टेस्ट दक्षिण कोरिया, अमेरिका और जापान की नौसेनाओं के जॉइंट पनडुब्बी रोधी अभ्यासों के बाद देखने को मिला है। पनडुब्बी रोधी ये अभ्यास पांच वर्षों में पहली बार देखने को मिले हैं। इसके साथ ही अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस की यात्रा के बाद इस तरह का तनाव देखा गया है। दक्षिण कोरिया के जॉइंट चीफ ऑफ स्टाफ ने नए प्रक्षेपण की सूचना दी, जबकि जापान के तट रक्षक ने कहा कि उत्तर कोरिया की ओर से कम से कम दो बैलेस्टिक मिसाइल टेस्ट हुए थे।
उत्तर कोरिया ने किए 20 मिसाइल टेस्ट
इस साल उत्तर कोरिया ने 20 से अधिक मिसाइल परीक्षण किए हैं जो रिकॉर्ड संख्या है। उसने अमेरिका के साथ लंबे समय से रुकी परमाणु वार्ता बहाल करने से भी इनकार कर दिया है। उत्तर कोरिया पनडुब्बियों से मिसाइलें दागने की अपनी क्षमता भी बढ़ा रहा है। दक्षिण कोरियाई अधिकारियों ने हाल में कहा कि उन्हें ऐसे संकेत मिले हैं कि उत्तर कोरिया एक पनडुब्बी से मिसाइल दागने का परीक्षण करने की तैयारी कर रहा है।
युद्ध का लाभ उठा रहा उत्तर कोरिया
विश्लेषक इसे हथियारों को बढ़ाने की संख्या और रूस-यूक्रेन के युद्ध में फंसी दुनिया का लाभ उठाने के रूप में देखते हैं। सियोल में इवा यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर लीफ एरिक इस्ले का कहना है, ‘उत्तर कोरिया आंतरिक कमजोरियों और अंतर्राष्ट्रीय अलगाव के बावजूद तेजी से हथियारों का निर्माण कर रहा है। अमेरिका-चीन के तनाव और रूस-यूक्रेन युद्ध का ये फायदा उठा रहा है।’