देहरादून, 2 मई। देवभूमि उत्तराखंड के स्कूलों में आने वाले समय में गीता, वेद-पाठ, रामायण पढ़ाया जाएगा। इसके साथ ही स्कूलों में उत्तराखंड का इतिहास और भूगोल भी सिलेबस में शामिल किया जाएगा। प्रदेश के शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत ने ये जानकारी देते हुए बताया कि इसके लिए लोगों से भी सुझाव मांगे जाएंगे। प्रदेश में नई शिक्षा नीति लागू करने को लेकर शिक्षा विभाग तैयारी कर चुका है। नई शिक्षा नीति के तहत ही स्कूलों में शिक्षा में बदलाव किया जाएगा।
नई शिक्षा नीति के तहत किया जा सकता है शामिल
प्रदेश के शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत ने कहा है कि उत्तराखंड के स्कूलों में छात्रों को हिंदू दर्शन से जोड़ा जायेगा। स्कूलों में गीता वेद और उपनिषद पढाया जायेगा। जिससे की हिंदू संस्कृति और संस्कारों से छात्रों को जोड़ा जा सके। प्रदेश सरकार नई शिक्षा नीति के तहत इसे पाठ्यक्रम में शामिल करने पर विचार कर रही है। शिक्षा मंत्री ने कहा कि नई शिक्षा नीति में स्पष्ट है कि शैक्षिक पाठ्यक्रम राज्यों को तैयार करना है। सरकार भारतीय ज्ञान और परंपरा को स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल करने से पहले आम लोगों से इस पर सुझाव लेगी। शिक्षा मंत्री ने कहा कि नई शिक्षा नीति के तहत पाठ्यक्रम में बदलाव किया जा सकता है।
नए शिक्षा सत्र में किया जाएगा लागू
राज्य के विश्वविद्यालयों ने नई शिक्षा नीति पाठ्यक्रम तैयार कर लिया है। उच्च शिक्षा मंत्री डा.धन सिंह रावत ने कहा कि इसे इसी साल नए शिक्षा सत्र से लागू किया जाएगा। उत्तराखंड इसे सबसे पहले लागू करने वाला पहला राज्य होगा। राज्य विश्वविद्यालयों की ओर से नई शिक्षा नीति के तहत पाठ्यक्रम तैयार किए जाने के लिए माध्यमिक शिक्षा मंत्री की अध्यक्षता में पूर्व में टास्क फोर्स गठित की गई थी। उच्च शिक्षा मंत्री डा.धन सिंह रावत के मुताबिक पिछले छह महीने की मशक्कत के बाद उच्च शिक्षा में नई शिक्षा नीति के तहत पाठ्यक्रम तैयार कर लिया गया है।