बिहार में जले युवक की फोटो ट्वीट कर लिखा ‘गोरखपुर में बसपा कार्यकर्ता को जिंदा जलाया’- मुकदमा दर्ज
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों (Uttar Pradesh Assembly election 2022) के बीच प्रदेश में भाजपा (BJP) की छवि को धूमिल करने के लिए फेक इमेज सोशल मीडिया पर वायरल की जा रही है। दावा किया जा रहा है कि यह इमेज गोरखपुर में एक बसपा (BSP) कार्यकर्ता का है, जिसे भाजपा को वोट नहीं देने के कारण जिंदा जला दिया गया। उत्तर प्रदेश पुलिस (UP Police) की फैक्ट चेक टीम ने इसे फर्जी बताया है।
यूपी पुलिस ने बताया कि वायरल तस्वीर गोरखपुर की नहीं, बल्कि बिहार की है। यूपी पुलिस ने बताया कि फेक न्यूज फैलाने के मामले में गोरखपुर पुलिस ने यूजर के खिलाफ केस दर्ज किया है। इसके साथ ही पुलिस ने लोगों से फर्जी खबरें नहीं फैलाने की अपील की गई है।
इस घटना को लेकर गोरखपुर पुलिस ने ट्वीट कर कहा, “ऐसी कोई घटना नहीं हुई। गोरखपुर पुलिस ऐसे भ्रामक पोस्ट को खारिज करती है। सोशल मीडिया पर फर्जी खबरें फैलाने वालों के खिलाफ संबंधित धाराओं के तहत कार्रवाई शुरू कर दी गई है।”
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही फेक न्यूज
इस तस्वीर के माध्यम से भाजपा को दोषी ठहराते हुए सोशल मीडिया पर लगातार फेक न्यूज फैलाई जा रही है कि गोरखपुर में भाजपा को वोट नहीं देने पर बसपा के एक कार्यकर्ता को जिंदा जला दिया गया। विक्रम सिंह बदलापुर नाम के एक ट्विटर यूजर ने लिखा, “आज गोरखपुर में एक बसपा समर्थक को जिंदा जला दिया गया। पुलिस जबरन मामला शांत करा रही है। इसका सिर्फ इतना कसूर था कि जब एक बीजेपी नेता ने पूछा कि वोट किसे दोगे तो दलित ने बोला- हम बसपा को वोट देंगे। ये मामला गोरखपुर ग्रामीण के नारायणपुर गाँव का है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं दी गई। इसकी निष्पक्ष जाँच हो।” हालाँकि, बाद में ट्विटर ने नियमों का उल्लंघन करार देते हुए उसकी पोस्ट को डिलीट कर दिया।
ऐसा नहीं है कि इस तरह की फेक न्यूज को केवल विक्रम ने ही वायरल किया था। खबर लिखे जाने तक इस तरह के 6 और ट्वीट थे। इनमें से दो को गोरखपुर पुलिस ने फर्जी खबर नहीं फैलाने को लेकर चेताया था।
फेक न्यूज की सच्चाई
जिस न्यूज को सोशल मीडिया पर वायरल कर उसे गोरखपुर का बताया जा रहा है, वह बिहार के समस्तीपुर जिले की एक घटना की तस्वीर है। समस्तीपुर में जेडीयू के एक नेता की हत्या कर उसे जला दिया गया था। बाद में पुलिस ने कल्याणपुर थाना क्षेत्र के बूढ़ी गंडक नदी के पास स्थित वासुदेवपुर गाँव में एक सुनसान घर से जला हुआ शव बरामद किया था। मृतक की पहचान जेडीयू नेता 34 वर्षीय मोहम्मद खलील आलम रिजवी के रूप में हुई थी। ये वारदात मुशरीघरारी थाना क्षेत्र के ग्राम हुदिया की है। इसको लेकर साम्प्रदायिक एंगल देने की कोशिश की कोशिश भी की गई थी, लेकिन बिहार पुलिस ने इस प्रोपेगेंडा का भांडाफोड़ कर दिया था।