‘भारत में ऐसा नहीं होता है’, पेशावर में हुए आतंकी हमले को लेकर पाकिस्तानी मंत्री का बयान
पकिस्तान (Pakistan) के पेशावर स्थित मस्जिद में नमाज के दौरान हुए आत्मघाती बम ब्लास्ट में मरने वालों की संख्या 100 पार कर गई है. इस ब्लास्ट में घायलों की संख्या 200 से ज्यादा है. माना जा रहा है कि मरने वालों की संख्या में अभी बढ़ोतरी हो सकती है. ब्लास्ट के बाद मस्जिद में अंदर का मंजर बेहद भयावह है.
आर्थिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान को इस ब्लास्ट ने दहला कर रख दिया है. इस आत्मघाती हमले में जो मारे गए उनमें पुलिस, सेना के कई अधिकारी शामिल थे. मरने वालों में ज्यादातर पुलिसकर्मी बताए जा रहे हैं. बता दें कि इस हमले की जिम्मेदारी टीटीपी ने ली है.
इस घटना के बाद आतंकियों को पनाह देने वाले पाकिस्तान को अपनी गलती का एहसास हो गया है. पेशावर ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ (Khawaja Asif) ने दुःख जाहिर करते हुए कहा है कि भारत में भी पूजा करते वक्त श्रद्धालु नहीं मारे जाते. नेशनल असेंबली में हमले पर बोलते हुए आसिफ ने कहा कि जिस तरह हमारे देश (पाकिस्तान) में नमाजियों पर आए दिन आतंकी हमले होते रहते हैं. श्रद्धालुओं पर ऐसे हमले भारत या इजराइल में कभी नहीं होते.
आतंकवाद के खिलाफ लड़ेगा पाक
पाकिस्तान के लोगों से दुख की घड़ी में एक साथ आगे आने की अपील करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि अब आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई लड़ने का समय आ गया है. उन्होंने कहा कि हमें अपने घर (पाकिस्तान) को सुधारने की जरूरत है. हालांकि इससे पहले कई दफा सार्वजनिक मंचों पर भारत पाकिस्तान को आतंकवाद पर खरी खोटी सुना चुका है लेकिन पाकिस्तान हमेशा आतंकियों का सहयोग करता रहा है. अब जब पेशावर में भयावह ब्लास्ट हुआ है तब पड़ोसी देश आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई लड़ने की बात पर जोर दे रहा है.
तहरीक-ए-तालिबान ने ली है जिम्मेदारी
गौरतलब है कि इस हमले की जिम्मेदारी तहरीक-ए-तालिबान ने ली है. टीटीपी ने धमाके के बाद बयान जारी कर कहा था कि उन्होंने पिछले साल अगस्त में अपने नेता उमर खालिद खुरासनी की हत्या का बदला लिया लिया है. बता दें कि उमर खालिद खुरासनी की मौत अगस्त 2022 में अफगानिस्तान में तब हुई थी, जब उसकी कार को निशाना बनाकर एक धमाका किया गया था. इसमें खुरासनी समेत 3 लोग मारे गए थे.