पीलीभीत में बूढ़ी मां को घर में बंद कर गया बेटा, हालत बिगड़ने पर जानिये कैसे पहुंची पुलिस और की मदद
पीलीभीत से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है. यहां एक बेटे ने अपनी 85 वर्षीय मां के साथ जो किया उसे देखकर मानवता भी शर्मसार हो जाएगी. दरअसल, ये कलयुगी बेटा अपनी बूढ़ी मां को घर में बंद करके बाहर घूमने चला गया.पुलिस ने 25 दिन बाद बीमार महिला को घर से निकालकर अस्पताल में भर्ती कराया है.
पीलीभीत की नगर पालिका बीसलपुर में स्थित आसरा आवास कॉलोनी में कभी महलों में रहकर सोने के चम्मच से फल खाने वाली 85 वर्षीय बुजुर्ग महिला अपने समय में इंटर पास थी. समय के फेर में सब कुछ बर्बाद हो गया, लेकिन अब उसका खून भी दगा देकर चला गया. नगर पालिका के मुहल्ला दुबे की मूल निवासी लल्ली दुबे को यह आवास मिला था. वह अपने बेटे पंकज दुबे के साथ इसी आवास में रहने लगी.
एक जमाने में बुजुर्ग महिला के पास आलीशान मकान था. हालात बदले तो सब कुछ लूट गया. अपनी छत की तलाश में सरकारी आवास के लिए आवेदन किया, जिसके कुछ समय बाद सरकारी आवास आवंटित भी हो गया था.
बुजुर्ग महिला की तबीयत जब अचानक खराब हो गई, तो बेटे को सेवा करने में दिक्कत होने लगी. इसके बाद महिला को आसरा आवास के कमरे में बंद कर बेटा पंकज दुबे फरार हो गया. मोहल्ले के लोगों के मुताबिक, दीपावली के बाद गोवर्धन के दिन से पंकज गायब है. महिला की चीख पुकार सुन मोहल्ले के लोग खाने को भोजन खिड़की से दे देते थे.
पड़ोसियों को जब गुरुवार को महिला की आवाज सुनाई नहीं दी, तो मोहल्ले के लोगों ने मामले की सूचना पुलिस को दी. सूचना पर पहुंची बीसलपुर पुलिस ने अचेत अवस्था में बुजुर्ग महिला को नगर के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया. यहां डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार करने के बाद महिला को जिला अस्पताल रेफर कर दिया. हालांकि, महिला की देखरेख करने वाला कोई नहीं है. महीनों से एक ही कमरे में बंद रहने से महिला के शरीर से भी बदबू आने लगी है. महिला के कमरे में पड़े कपड़ों पर फफूंदी जम गई है.