कोरोना का खतरा टला…पर अब भी क्यों पहनें मास्क? आप भी ऐसा सोच रहे तो जरूर पढ़ें
महामारी की शुरूआत होने के बाद हम सभी ने मास्क पहनना शुरू किया था, लेकिन जैसे ही कोरोना केस में थोड़ी-बहुत गिरावट होती है लोग मास्क को लेकर बेफ्रिक हो जाते हैं। मुंबई में एक बार फिर से कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं तो इसका मतलब खतरा अभी टला नहीं है। कोरोना संक्रमण से बचाव का सबसे कारगर हथियार इस समय मास्क ही है और मास्क सिर्फ संक्रमण से ही नहीं बल्कि पॉल्यूशन से भी बचाता है।
मास्क क्यों है जरूरी?
महामारी के दिनों में हर बार घर से बाहर जाते समय मास्क पहनने की एक आदत बन गई थी। इस आदत को अभी भी जारी रखना है, क्योंकि मास्क छींकने, खांसने से फैलने वाले बैक्टीरिया, वायरस से बचाता है। इसके अलावा मास्क प्रदूषण से बचाने के लिए भी फिज़िकल बैरियर की तरह काम करता है। प्रदूषण के बारीक कण सांस के जरिए शरीर के अंदर जाकर गंभीर बीमारियों का कारण बन सकते हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि दुनिया के 50 सबसे प्रदूषित शहरों में से 35 शहर भारत में हैं, जहां ज़हरीली हवा के कारण हर साल एक मिलियन से ज्यादा लोगों की मौत हो जाती है।
कन्स्ट्रक्शन साइट्स और फैक्ट्रीज़ में काम करने वाले लोगों के लिए ज़रूरी है कि वे अपने चेहरे को ढक कर रखें, भले ही महामारी खत्म हो गई है। भारत में बड़ी संख्या में मजदूर ऐसी हवा में काम करते हैं जो उनके लिए सुरक्षित नहीं है, जैसे टेक्सटाईल फैक्ट्रीज़। काम की वजह से सेहत को होने वाले नुकसान से बचने के लिए ज़रूरी है कि इन फैक्ट्रीज़ में काम करने वाले लोग धूल, पार्टीकुलेट से सुरक्षित रहने के लिए अपने चेहरे को ढक कर रखें। ऐसे मामलों में उन्हें एन95 या एफएफपी2एस मास्क पहनने की सलाह दी जाती है।
मास्क है एक तरह का सुरक्षा कवच
कोरोना और प्रदूषण ये दोनों ही इस वक्त की सबसे बड़ी समस्या है जो हमारी सेहत को बुरी तरह से प्रभावित कर रहे हैं। हवा की गुणवत्ता का इंडैक्स 100 या इससे अधिक है तो इसे प्रदूषित हवा माना जाता है। इसका बुरा असर संवेदनशील लोगों, बच्चों एवं व्यस्कों पर पड़ सकता है। अगर यह इंडैक्स 200 के आंकड़े को पार कर जाए तो यह आम लोगों के लिए भी खतरनाक हो सकता है। आमतौर पर चेहरे को सिर्फ ढ़़कने भर से आप धूल या धुएं से पूरी तरह सुरक्षित नहीं रह सकते। ऐसे में रोज़मर्रा में मास्क पहनने की आदत ही हमें सही सुरक्षा दे सकती है। एन95 या उसी की तरह एफएफपी2एस मास्क सबसे बेस्ट ऑप्शन है। सैवलॉन का मास्क वायरस, धूल, प्रदूषण, एलर्जन और पराग करणों (0.3 माइक्रोन या इससे अधिक) से सुरक्षा प्रदान करता है।
अच्छी गुणवत्ता और अच्छी फिटिंग का मास्क वायरस, धूल, प्रदूषण, पराग और एलर्जन से पूरी सुरक्षा देकर आपके अच्छे स्वास्थ्य को सुनिश्चित करता है।