रेलवे स्टेशन पर प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई कर छह नाबालिग बच्चों को किया बरामद
बाल मजदूरी कराने के लिए भेजा जा रहा था दिल्ली और मुंबई
बिहार। बाल मजदूरी के बढ़ते मामलों ने पुलिस- प्रशासन की चिंता बढ़ायी हुई है, हर दिन कहीं न कहीं पर बाल मजदूरों को बाल मजदूरी से मुक्त कराया जा रहा है। बाल मजदूरी के बढ़ते मामलों को देखते हुए पुलिस द्वारा लगातार अभियान चलाये जा रहे है। लेकिन बावजूद इसके तभी भी बाल मजदूरी के मामले बढ़ ही रहे है। हाल ही में किशनगंज रेलवे स्टेशन पर प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई कर छह नाबालिग बच्चों को बरामद किया है। जिन्हें बाल मजदूरी कराने के लिए दिल्ली और मुंबई भेजा जा रहा था। यह कार्रवाई जन निर्माण केंद्र किशनगंज की टीम द्वारा की गई। उन्हें गुप्त सूचना मिली थी कि कुछ नाबालिग बच्चों को काम के लिए इन शहरों में भेजा जा रहा था।
सूचना मिलते ही जन निर्माण केंद्र किशनगंज की टीम ने रेलवे पुलिस बल और रेल थाना पुलिस के साथ मिलकर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 1 और 2 पर सघन जांच अभियान शुरू किया। इस दौरान टीम ने कुछ बच्चों को संदेहजनक स्थिति में बैठे हुए पाया। जब इन बच्चों से पूछताछ की गई, तो उन्होंने बताया कि वे काम के लिए दिल्ली, बेंगलुरु और मुंबई जा रहे थे। कुछ बच्चे अकेले थे, जबकि कुछ बच्चों के साथ अनजान व्यक्ति मौजूद था।
किसी बच्चे के साथ कोई अनजान व्यक्ति नहीं था और बाकी बच्चों के साथ जा रहे व्यक्ति भी मौके पर नहीं मिल सके। इसके बाद, संयुक्त टीम ने सभी बच्चों को अपने संरक्षण में लिया और रेल थाना किशनगंज में मामला दर्ज करवाया।
रेल थाना किशनगंज में सनहा दर्ज करने के बाद सभी बच्चों को बाल कल्याण समिति किशनगंज के समक्ष पेश किया गया। बाल कल्याण समिति ने बच्चों की सामाजिक जांच रिपोर्ट का आदेश दिया और तब तक सभी बच्चों को बाल गृह कटिहार में भेजने का निर्देश दिया। बाल गृह कटिहार में बच्चों को रखा गया है, जहां उनकी काउंसलिंग की जाएगी और उनकी स्थिति का पता लगाया जाएगा। इस कार्रवाई में जन निर्माण केंद्र किशनगंज के जिला परियोजना समन्वयक मोहम्मद मुजाहिद आलम, मोहम्मद जफर अंजुम और अनवर सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।