Tharman Shanmugaratnam बने सिंगापुर के नए राष्ट्रपति, भारतीय मूल के लोकप्रिय नेताओं की सूची में हुए शामिल
सिंगापुर में जन्मे भारतीय मूल के अर्थशास्त्री थर्मन शनमुगरत्नम ने शुक्रवार (1 सितंबर) को राष्ट्रपति चुनाव में जीत हासिल की. उन्होंने साल 2011 के बाद पहली बार हुए राष्ट्रपति चुनाव में चीनी मूल के दो प्रतिद्वंद्वियों को हराया. शनमुगरत्नम ने 20 सालों से अधिक समय तक पीपुल्स एक्शन पार्टी (PAP) के जुड़े हुए हैं.
66 वर्षीय शनमुगरत्नम साल 2011 से 2019 तक सिंगापुर के उप प्रधानमंत्री रहे. इन्हें राष्ट्रपति चुनाव में कुल 70.4 फीसदी वोट मिले जबकि उनके प्रतिद्वंद्वियों एन. कोक सोंग और टेन किन लियान को क्रमश: 15.7 फीसदी और 13.8 फीसदी वोट मिले. इस बात की जानकारी निर्वाचन आयोग के एक प्रवक्ता ने दी. प्रधानमंत्री ली सिएन लूंग ने राष्ट्रपति चुनाव जीतने पर शनमुगरत्नम को बधाई दी.
थर्मन शनमुगरत्नम का परिवार
सिंगापुर की राजनीति में थर्मन शनमुगरत्नम का नाम बहुत महत्व रखता है. थर्मन शनमुगरत्नम सिंगापुर के एक अनुभवी राजनेता है. उन्होंने राष्ट्रपति बनने से पहले देश के उप प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री के रूप में भी काम किया है. उनकी पॉलिसी मेकिंग की स्किल लजावाब है. अगर इनके पर्सनल लाइफ को देखें तो इनके फैमिली में कुल 6 लोग है. इनकी पत्नी का नाम युमिको इटोगी है.
इनके चार बच्चे हैं. इनके बच्चों का नाम माया, आकाश, कृष्ण और अर्जुन है.थर्मन शनमुगरत्नम के बच्चे अपने माता-पिता के नक्शेकदम पर चले हैं. सबसे बड़ा बच्चा माया एक सामाजिक उद्यमी और वकील है, जबकि दूसरा बच्चा आकाश एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर है. वहीं दो छोटे भाई-बहन, कृष्ण और अर्जुन क्रमांक इकोनॉमिक, पॉलिटिक्स और संगीत, आर्ट्स के स्टूडेंट हैं.
सिंगापुर के राजनीति में योगदान
थर्मन शनमुगरत्नम का पारिवारिक जीवन उनके राजनीतिक करियर की तरह ही गतिशील और प्रेरणादायक है. उनके बच्चों को सार्वजनिक सेवा के लिए अपने माता-पिता का उत्साह विरासत में मिला है. हर एक बच्चों ने अनूठे रास्ते बनाए हैं.थर्मन शनमुगरत्नम ने सिंगापुर के राजनीतिक और आर्थिक परिदृश्य में महत्वपूर्ण योगदान दिया है. थर्मन शनमुगरत्नम का जन्म 1957 में हुआ था.
उन्होंने 2008 से 2011 तक उप प्रधानमंत्री और बाद में वित्त मंत्री के रूप में कार्य किया.थर्मन की पत्नी जेन युमिको इटोगी ने उनके जीवन और करियर में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.