नई दिल्ली: दाएं हाथ के बल्लेबाज श्रेयस अय्यर ने कानपुर में न्यूजीलैंड के खिलाफ अपना टेस्ट डेब्यू किया. उन्होंने अपने पदार्पण मैच में ही अर्धशतक जड़कर मोहम्मद अजहरुद्दीन के क्लब में जगह बना ली.
अजहरुद्दीन ने भी अपने डेब्यू मैच में फिफ्टी जड़ी थी. पहले दिन का खेल खत्म होने तक अय्यर क्रीज पर डटे थे.
4 साल से अय्यर के पिता ने नहीं बदली डीपी
श्रेयस अय्यर के पिता संतोष ने वाट्सअप डीपी पिछले चार साल से नहीं बदली है जिसमें उनके बेटे ने हाथ में 2017 बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी थाम रखी है. इसका कारण यह है कि वह हमेशा से अपने बेटे को टेस्ट क्रिकेट खेलते देखना चाहते थे.
उनका सपना पूरा हुआ जब गुरूवार को श्रेयस ने न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया.
अय्यर ने यादगार बनाया अपना डेब्यू
श्रेयस अय्यर ने नाबाद अर्धशतक जमाकर अपने पहले टेस्ट को यादगार बना दिया. पहले दिन का खेल समाप्त होने के बाद उनके पिता ने कहा कि यह डीपी मेरे दिल के करीब है. जब वह आस्ट्रेलिया के खिलाफ धर्मशाला में खेल रहा था तब विराट कोहली के स्टैंडबाय के रूप में टीम में था.
उन्होंने कहा कि उस समय मैच जीतने के बाद उसे ट्रॉफी दी. उसने वह ट्रॉफी थाम रखी है और वह पल मेरे लिये अनमोल है.’’ उन्होंने कहा ,‘‘ मैं इंतजार कर रहा था कि श्रेयस भारत के लिये टेस्ट खेलेगा.
जब अजिंक्य रहाणे ने कहा कि वह खेल रहा है तो वह मेरे जीवन का सबसे खुशनुमा पल था. आईपीएल, वनडे या किसी भी प्रारूप से बढ़कर मेरे लिये टेस्ट क्रिकेट है.
बेटे के टेस्ट मैच खेलने से पिता को गर्व
श्रेयस को टेस्ट कैप सुनील गावस्कर से मिली जो उनके पिता के लिये गर्व का पल था. उन्होंने कहा कि सुनील गावस्कर मेरे पसंदीदा क्रिकेटरों में से एक हैं और यह गर्व का पल था. मेरे पास अपनी खुशी जाहिर करने के लिये शब्द नहीं हैं.
भारत और न्यूजीलैंड के बीच कानपुर टेस्ट के पहले दिन टीम इंडिया ने पकड़ मजबूत कर ली है. शुरुआती झटकों से उबरते हुए टीम इंडिया को श्रेयस अय्यर और रवींद्र जडेजा ने मजबूती दी. दोनों खिलाड़ियों ने अर्धशतक जड़ा और खेल खत्म होने तक क्रीज पर डटे रहे.