पूर्व सीएम हरीश रावत के कभी करीबी रहे कांग्रेस के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष रणजीत रावत ने हरीश पर विधानसभा चुनाव में टिकट के नाम पर बड़ी रकम इकट्ठा करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि हरीश की वजह से ही कांग्रेस रामनगर, सल्ट और लालकुआं सीट हारी। रणजीत ने यह भी आरोप लगाया कि टिकट दिलाने को लेकर हरीश ने लोगों से रुपये लिए। टिकट नहीं मिलने पर कइयों के रुपये हरीश रावत के मैनेजर वापस कर चुके हैं, जबकि कुछ लोग अभी इनके चक्कर लगा रहे हैं।
सोमवार को मीडिया को दिए बयान में रणजीत रावत ने कहा कि 2017 में हरीश रावत के कहने पर ही वह रामनगर से चुनाव लड़े थे। पांच साल की उनकी मेहनत के बाद हरीश रावत ने रामनगर से चुनाव लड़ने की मंशा जता दी। कहने लगे कि तुम सल्ट चले जाओ। मैंने कहा कि मैं फुटबॉल नहीं हूं। पहले आपने कहा कि रामनगर चले जाओ, अब कह रहे हो सल्ट चले जाओ। साथियों के पार्टी का वास्ता देने की वजह से मैं सल्ट चला गया, लेकिन यह फैसला मेरी राजनीतिक भूल थी। मुझे रामनगर से ही चुनाव लड़ना चाहिए था। आरोप लगाया कि विधानसभा चुनाव में हरीश रावत ने बड़ी रकम इकट्ठा की है। उन्होंने टिकट को लेकर लोगों को ठगा है। जब लोगों को टिकट नहीं मिला, तो उनके मैनेजर कुछ लोगों के रुपये वापस करने लगे, जबकि कुछ अब भी उनके चक्कर लगा रहे हैं। रणजीत ने दावा किया कि टिकट को लेकर रुपये लेने के कुछ मामले कुछ ही दिनों बाद सामने आने लगेंगे।
हरीश रावत अब आराम करें
रामनगर। कांग्रेस के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष रणजीत रावत ने कहा कि एक साल पहले उन्होंने कहा था कि हरीश रावत की मनोदशा ठीक नहीं है। आज वह फिर वही बयान दोहरा रहे हैं। रणजीत ने कहा कि हरीश रावत की मनोदशा अब भी ठीक नहीं है। उन्हें अब आराम की जरूरत है।