शेयर बाजार के ‘बिग बुल’ राकेश झुनझुनवाला का निधन, आज शाम 5:30 बजे होगा अंतिम संस्कार
शेयर मार्केट के बिगबुल राकेश झुनझुनवाला का 62 साल की उम्र में निधन हो गया है. उन्हें मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल लाया गया था. झुनझुनवाला को 2-3 सप्ताह पहले ही अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया था. दिग्गज कारोबारी झुनझुनवाला के निधन की पुष्टि ब्रीच कैंडी अस्पताल ने कर दी है. आज सुबह 6 बजकर 45 बजे मिनट पर अस्पताल ने राकेश झुनझुनवाला की मौत की पुष्टि की है.
राकेश झुनझुनवाला को भारत का वारेन बफेट भी कहा जाता है. शेयर मार्केट से पैसा बनाने के बाद बिग बुल एयरलाइन सेक्टर में भी उतर चुके थे. उन्होंने नई एयरलाइन कंपनी आकासा एयर में मोटा इन्वेस्टमेंट किया था और 7 अगस्त से कंपनी ने ऑपरेशन शुरू कर दिया है. स्टॉक मार्केट में निवेश करने वाले झुनझुनवाला के पास आज हजारों करोड़ रुपये की संपत्ति है. मजेदार है कि इतनी दौलत वाले इंसान का सफर महज 5 हजार रुपये से शुरू हुआ था.
अकासा एयर ने शुरू किया ऑपरेशन
अकासा की पहली कॉमर्शियल फ्लाइट ने मुंबई से अहमदाबाद के लिए उड़ान भरी थी. विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया अकासा एयर की पहली उड़ान के उद्घाटन समारोह में नजर आए थे. उन्होंने अकासा की पहली कॉमर्शियल उड़ान को हरी झंडी दिखाई. उनके साथ केंद्रीय राज्य मंत्री वीके सिंह भी मौजूद थे. अकासा एयर ने 13 अगस्त से और कई रूट्स पर अपनी सर्विस की शुरुआत की है.
झुनझुनवाला और उनकी पत्नी का 45.97 फीसदी शेयर
अकासा एयर (Akasa Air Share) में सबसे अधिक बड़ी हिस्सेदारी राकेश झुनझुनवाला और उनकी पत्नी रेखा की है. दोनों को मिलाकर इस एयरलाइन कंपनी में कुल हिस्सेदारी 45.97 फीसदी है. इसके अलावा विनय दुबे, संजय दुबे, नीरज दुबे, माधव भटकुली, पीएआर कैपिटल वेंचर्स, कार्तिक वर्मा भी अकासा एयर के प्रमोटर हैं. राकेश झुनझुनवाला के बाद इसमें विनय दुबे की हिस्सेदारी 16.13 फीसदी है. अकासा एयर ने 13 अगस्त से बेंगलुरु-कोच्चि सेवा शुरू कर दी है. वहीं 19 अगस्त से बेंगलुरु-मुंबई और 15 सितंबर से चेन्नई-मुंबई के लिए अपनी सर्विस शुरू करेगी.
अभी इतनी है झुनझुनवाला की नेटवर्थ
राकेश झुनझुनवाला की कमाई का मुख्य जरिया शेयर बाजार था. झुनझुनवाला की इस सफल कहानी की शुरुआत महज पांच हजार रुपये से हुई थी. आज उनकी नेटवर्थ करीब 40 हजार करोड़ रुपये है. इसी सफलता के कारण झुनझुनवाला को इंडियन स्टॉक मार्केट का बिगबुल और भारत का वारेन बफेट कहा जाता है. जब आम इन्वेस्टर्स शेयर बाजार में पैसे गंवा रहे होते हैं, झुनझुनवाला उस समय भी कमाई करने में सफल रहते हैं.