पीवीआर को 2022-23 की पहली तिमाही में कारोबार के महामारी-पूर्व के स्तर पर पहुंचने की उम्मीद
नई दिल्ली। फिल्म एग्जीबिशन कंपनी पीवीआर लिमिटेड को उम्मीद है कि 2022-23 की पहली तिमाही में नई फिल्म रिलीज की भरमार और सिनेमाघरों में अधिक लोगों के वापस आने से कारोबार पूर्व-महामारी के स्तर तक पहुंच जाएगा। गंगूबाई काठियावाड़ी, द कश्मीर फाइल्स और आरआरआर जैसी नई फिल्मों की रिलीज से सिनेमाघरों में भीड़ बढ़ी है, जिसके साथ ही कंपनी के लिए मार्च का यह महीना बेहतर साबित हो रहा है।
पीवीआर लिमिटेड के संयुक्त प्रबंध निदेशक संजीव कुमार बिजली ने बताया, “जहां तक महामारी का संबंध है, अच्छी फिल्में रिलीज होने लगी हैं…लोग अब सिनेमाघरों में वापस आ रहे हैं और यह एक बहुत ही सुखद और संतुष्टिदायक स्थिति है।” उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि मार्च हमारे सबसे अच्छे महीनों में से एक होने जा रहा है। यह पूर्व-महामारी के हमारे सामान्य अच्छे महीने से भी बेहतर हो सकता है। पूर्व-महामारी से हमारा आंकड़ा अच्छा रहेगा।”
आगामी वित्तीय वर्ष के लिए उम्मीदों के बारे में पूछे जाने पर संजीव कुमार बिजली ने कहा, “वित्त वर्ष 23 की पहली तिमाही भी नई फिल्मों के मामले में बहुत सॉलिड दिख रही है। हमारे पास अप्रैल, मई और जून में कुछ बेहतरीन फिल्में लाइन्डअप हैं। हमें पूरी उम्मीद है कि हम अगली तिमाही में बाउंस बैक करेंगे और मूल रूप से अपनी पूर्व-महामारी के आंकड़े को वापस हासिल कर लेंगे।”
कोविड संबंधी प्रतिबंधों में ढील के बाद दिसंबर, 2021 को समाप्त तिमाही में कंपनी का एकीकृत शुद्ध घाटा 10.2 करोड़ रुपये रहा। तीसरी तिमाही में कंपनी की कुल आय 709.71 करोड़ रुपये रही, जो एक साल पहले (2020) की समान तिमाही में 320.13 करोड़ रुपये थी। COVID-19 संबंधित प्रतिबंधों के संदर्भ में, उन्होंने कहा, “अभी भी कुछ राज्य ऐसे हैं जहां 50 प्रतिशत कैपेसिटी गैप है।”
गौरतलब है कि कोरोना वायरस संक्रमण के कारण लागू किए गए प्रतिबंधों की वजह से लंबे समय तक सिनेमाघरों को बंद कर दिया गया था। इसके बाद इन्हें कुछ नियमों और शर्तों के साथ खोलने की अनुमति मिली थी। फिलहाल, कुछ जगहों पर सिनेमाघर पूरी क्षमता के साथ खुल रहे हैं, वहीं बिजली के अनुसार, कुछ जगहों पर अभी भी सीमित कैपेसिटी के साथ इनका संचालन किया जा रहा है।