खिलाफ देशों पर कार्रवाई के मूड में पुतिन! लिस्ट बनाने के दिए आदेश, 8 मार्च से इंटरनेशनल फ्लाइट्स पर लगाई रोक
लीव। यूक्रेन और रूस के बीच जुबानी जंग भी जारी है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Russian President Vladimir Putin) ने एकबार फिर यूक्रेन के राष्ट्रपति को चेतावनी दी है। समाचार एजेंसी एपी की रिपोर्ट के मुताबिक पुतिन ने पश्चिमी देशों के प्रतिबंधों को रूस के खिलाफ ‘युद्ध की घोषणा’ करार देते हुए कहा कि यूक्रेन का एक देश के तौर पर दर्जा खतरे में है। उन्होंने यूक्रेन पर संघर्षविराम भंग करने का आरोप लगाते हुए कहा कि बंदरगाह शहर मारियुपोल में आतंकी घटनाओं के चलते सीजफायर तोड़ना पड़ा है।
पुतिन ने कहा कि वह (जेलेंस्की) जो कर रहे हैं उससे यूक्रेन का भविष्य खतरे में है। यदि उन्होंने इसे जारी रखा तो एक देश के तौर पर दर्जा खतरे में होगा। इसके लिए वह जिम्मेदार होंगे। हम जानते हैं कि हम वहां क्यों हैं। हम यह भी जानते हैं कि हमें अपने देश की रक्षा कैसे करनी है। इसके साथ ही पुतिन ने रूसी अर्थव्यस्था को नुकसान पहुंचाने के लिए लगाए जा रहे प्रतिबंधों को लेकर पश्चिमी देशों पर भी निशाना साधा। ये प्रतिबंध युद्ध की घोषणा के समान हैं।
वहीं यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदोमिर जेलेंस्की का कहना है कि यदि उनका देश इस लड़ाई में रूस से हारता है तो यह केवल एक मुल्क की नहीं वरन पूरे यूरोप की हार होगी। इसके साथ ही उन्होंने लोगों से अपील की कि चुप मत रहिए। सड़कों पर निकलिए और यूक्रेन का समर्थन कीजिए। यदि यूक्रेन इस लड़ाई में विजयी होता है तो यह अकेले रूस की सेनाओं पर जीत नहीं होगी वरन बुराई पर अच्छाई की विजय होगी।
यूक्रेन के अधिकारियों के हवाले से एपी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि रूसी सेना ने यूक्रेन के शहर मरियुपोल में बमबारी तेज कर दी है। कीव के उत्तर में चेरनीहीव के रिहायशी इलाकों में भी बमबारी की गई है। अधिकारियों का कहना है कि रूस की ओर से की जा रही बमबारी से आम लोगों की निकासी का काम प्रभावित हुआ है। हालांकि पुतिन ने यूक्रेन पर इसका दोष मढ़ा है। मालूम हो कि मारीपोल और वोल्नोवाख में फंसे आम लोगों को निकालने के लिए शनिवार को रूस की ओर से संघर्षविराम की घोषणा की गई थी।