दरभंगा। समस्तीपुर जिला के हसनपुर थाना क्षेत्र में एक छह वर्ष की नाबालिग बच्ची के साथ एक हैवान ने हैवानियत सारी सीमाओं को पार करते हुए इस कदर दरिंदगी की है कि वह बच्ची डीएमसीएच में जिंदगी और मौत से जंग लड़ रही है। डीएमसीएच में इलाज कर रहे डॉक्टरों ने बच्ची की हालत चिंताजनक बताई है। बच्ची का ऑपरेशन डीएमसीएच गायनिक विभाग के डॉक्टरों की देखरेख में की जा रही है। वहीं घटना के तीन दिनों बाद भी स्थानीय पुलिस प्राथमिकी भी दर्ज करना मुनासिब नही समझा। इस बात से स्थानीय लोगों में आक्रोश है।
घटना छठ के शाम की बताई जा रही है। बच्ची अपने दरवाजे पर खेल रही थी। इस दौरान गांव का राजू महतो आया और उसे गोद मे उठाकर घुमाने के बहाने खेत की तरफ ले गया और उसके साथ दुष्कर्म किया। देर शाम को सुनसान खेत से बच्ची के रोने की आवाज सुनाई देने पर पास में रहने वाले एक व्यक्ति ने जाकर देखा तो बच्ची खेत में लहुलूहान होकर अचेत पड़ी हुई थी। उसने बच्ची को उठाकर उसके घर ले गई और परिजनों को घटना की जानकारी दी। परिजनों ने उसे आनन फानन में पहले हसनपुर पीएचसी में इलाज के लिए भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों ने उसकी गंभीर हालत को देखते हुए समस्तीपुर रेफर कर दिया। उन्होंने बताया कि हसनपुर पुलिस अब तक बयान लेने भी नहीं आई नहीं है। आरोपित गांव में घूम रहा है और बच्ची जीवन-मौत से जूझ रही है।
समस्तीपुर में इलाज कर रहे डॉक्टरों ने ब्लड ज्यादा डिस्चार्ज होने की बात कहकर उसे डीएमसीएच दरभंगा रेफर कर दिया। यहां पहले उसे इमरजेंसी विभाग में भर्ती किया गया और फिर बाद में उसे ऑपरेशन के लिए सर्जरी विभाग रेफर किया गया। डीएमसीएच के सर्जरी विभाग के डॉक्टरों ने बच्ची को तत्काल गायनिक विभाग में रेफर कर दिया, जहां महिला सर्जन की टीम उस पीड़ित बच्ची का सफलता पूर्वक ऑपरेशन कर दिया है, लेकिन डॉक्टरों ने उसकी हालत जिंताजनक बताई है।
डीएमसीएच में इलाज करा रहे बच्ची के मामा और बच्ची की मां ने रोते हुए बताया कि शुक्रवार सुबह छठ पूजा का अर्घ्य देने के बाद घर में थे। शाम में थकावट के कारण लेटे थे और बच्ची बरामदे पर खेल रही थी। इसी दौरान राजू महतो आया और बच्ची को घुमाने लेकर चला गया। उन्होंने बताया कि पड़ोसी राजू अक्सर बच्ची को घुमाता था। उन्होंने बताया कि समझौता करने के लिए उन लोगों पर दबाव बनाया जा रहा है।