दूसरे प्रदेश की लड़कियों से डर्टी डांस करवाने की थी तैयारी, नौकरी का झांसा देकर लायी गई थी नाबालिग
पति- पत्नी समेत चार आर्केस्ट्रा संचालकों को किया गया गिरफ्तार
छापेमारी कर 20 नाबालिग लड़कियों का किया गया रेस्क्यू
बिहार। नालंदा में सरस्वती पूजा के नाम पर कुछ लोग आर्केस्ट्रा का आयोजन करवाने वाले थे। इसमें रात को नाबालिग लड़कियों से डर्टी डांस करवाने की तैयारी थी। इसके लिए 20 नाबालिग लड़कियों को यूपी, बंगाल, पंजाब और छत्तीसगढ़ से लाया गया था। लेकिन, कुछ सामाजिक संस्थाओं की टीम को इसकी भनक लग गई। टीम ने पुलिस की मदद से इन नाबालिग लड़कियों को छुड़वा लिया। वहीं पुलिस ने इस मामले में पति- पत्नी समेत चार आर्केस्ट्रा संचालकों को गिरफ्तार किया है।
राष्ट्रीय बाल अधिकार सुरक्षा आयोग के नेतृत्व में मिशन मुक्ति फाउंडेशन, आइडिया एनजीओ व पुलिस की टीम ने नालंदा के पावापुरी ओपी क्षेत्र में सुबह छापेमारी कर 20 नाबालिग लड़कियों का रेस्क्यू किया है। इस मामले में पति-पत्नी समेत चार आर्केस्ट्रा संचालकों को गिरफ्तार भी किया गया है।
दूसरे प्रदेश की है नाबालिग लड़कियां
बताया जा रहा है कि नाबालिग लड़कियां पंजाब, छत्तीसगढ़, बंगाल और उत्तर प्रदेश की रहने वाली है। जिन्हें नौकरी का प्रलोभन देकर नालंदा लाया गया था। कुल तीन म्यूजिकल ग्रुप के लोगों को पकड़ा गया है। इनमें बबीता म्यूजिकल ग्रुप, बी आर म्यूजिकल ग्रुप एवं आशिकी बैंड शामिल है। बबीता म्यूजिकल ग्रुप में कुल आठ नाबालिग लड़कियां, बी आर म्यूजिकल ग्रुप में पांच नाबालिग लड़कियां, जबकि आशिकी म्यूजिकल ग्रुप में सात नाबालिग लड़कियां काम कर रही थी।
पति-पत्नी चलाते थे इस म्यूजिकल ग्रुप को
यह पूरा गिरोह पति-पत्नी मिलकर चला रही है। जिसका नाम बबीता म्यूजिकल ग्रुप है। पावापुरी का रहने वाला रंजीत प्रसाद उर्फ राजू अपनी पत्नी बबीता के साथ जो झारखंड की गोड्डा की रहने वाली है के साथ मिलकर आर्केस्ट्रा चलाता है। उसके गिरोह में पंजाब का त्रिलोक कुमार और पावापुरी का चंदन कुमार शामिल है। पूछताछ में यह बात सामने आई है कि पिछले 8 साल से दंपत्ति म्यूजिकल ग्रुप की आड़ में नाबालिग लड़कियों से डांस प्रोग्राम और अन्य कार्य करवाता है।
मिशन मुक्ति फाउंडेशन को मिली थी लीड
मिशन मुक्ति फाउंडेशन के डायरेक्टर वीरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि पावापुरी थाना क्षेत्र में एक रेस्क्यू अभियान चलाया गया। इसमें तीन ठिकानों पर छापेमारी कर 20 नाबालिग लड़कियों का रेस्क्यू कराया गया है। इन सभी नाबालिग लड़कियों से आर्केस्ट्रा में अश्लील डांस करवाया जा रहा था। यह लड़कियां अलग-अलग राज्यों की है। पंजाब, छत्तीसगढ़, बंगाल और उत्तर प्रदेश की लड़कियां शामिल है। इन्हें अच्छी नौकरी का प्रलोभन देकर फिल्मों में डांस का प्रलोभन देकर लाया गया था। आज सभी को रेस्क्यू कर लिया गया है। कुछ समय पूर्व सूचना मिली थी कि नालंदा जिला में कई महीनों से नाबालिग लड़कियों को रखकर यहां पर उनसे आर्केस्ट्रा में डांस कराया जाता है। इनमें बहुत छोटी-छोटी लड़कियां शामिल है। आज जो सबसे छोटी लड़की बरामद हुई है। वह 13 साल की है। इसमें कुल चार लोगों की गिरफ्तारी हुई है। अन्य लोगों की गिरफ्तारी भी इसमें की जाएगी।
डांस कराने को लेकर लड़कियों को लाया गया था
बताया जा रहा है कि पिछले आठ महीने से लड़कियों को यहां लाया जा रहा था। ऑर्केस्ट्रा में डांस कराने को लेकर लड़कियों को लाया गया था। यह पूरा ऑपरेशन राष्ट्रीय बाल अधिकार सुरक्षा आयोग के नेतृत्व में चलाया गया। जब हमें इस बात की लीड मिली तो हमने लोकल एनजीओ आइडिया संस्थान से इस बात की पुष्टि कराई। इसके बाद इस बात की सत्यता की पुष्टि होने के उपरांत राष्ट्रीय बाल आयोग को पत्र लिखकर इस संदर्भ में जानकारी दी गई। इसके बाद राष्ट्रीय बाल आयोग ने एसपी नालंदा को सहयोग करने की बात कही। सुबह टीम के द्वारा रेड की गई। और 20 नाबालिग लड़कियों को रेस्क्यू किया गया। राजगीर डीएसपी सुनील कुमार सिंह ने बताया कि एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग पुलिस द्वारा यह रेड की गई। इसमें 20 नाबालिग लड़कियों को रेस्क्यू किया गया है। फिलहाल इस मामले में छानबीन चल रही है।